बाराबंकी : जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए भाजपा ने जहां अनुभवी उम्मीदवार के रूप में राजरानी रावत को मैदान में उतारा है तो वहीं सपा ने उच्च शिक्षित युवा उम्मीदवार नेहा आनंद पर दांव लगाया है. शुक्रवार को आखिरकार सपा ने नेहा आनंद के नाम की घोषणा कर दी. नेहा आनंद के नाम की घोषणा होते ही पूर्व सांसद और वरिष्ठ सपाई रामसागर के चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर विराम लग गया.
सपा ने उतारा युवा प्रत्याशी
राजधानी लखनऊ से सटे होने के चलते बाराबंकी जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. यही वजह है कि इस कुर्सी पर काबिज होने के लिए सभी दलों की निगाहे रहती हैं. शनिवार को 57 सदस्यीय जिला पंचायत के लिए नामांकन है. भाजपा और सपा दोनों ही अपनी-अपनी जीत की दावा ठोक रही है.
पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप ने की नाम की घोषणा
शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप ने जिलाध्यक्ष हाफिज अयाज, पूर्व मंत्री राकेश वर्मा, विधायक गौरव रावत, एमएलसी राजेश यादव राजू समेत तमाम कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में नेहा आनंद के नाम की घोषणा की.
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कौन हैं नेहा आनंद
27 वर्षीय नेहा आनंद हैदरगढ़ तहसील के कोठी गांव की रहने वाली हैं. उनके पिता एमडी आनंद बैंक के बड़े अधिकारी पद से रिटायर्ड हैं. माता राजकुमारी वर्ष 1995 में हैदरगढ़ से जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं. एमबीए, सोशियोलॉजी से एमए और डीएलएड पास नेहा इंडियन स्टूडेंट पावर नाम से एक एनजीओ चलाती हैं. मां को चुनाव लड़ते देखा तो इनका मन भी राजनीति की तरफ आकर्षित हुआ. नेहा कहती हैं कि "एनजीओ के जरिए समाज के कम लोगों की ही मदद कर पाती थी. राजनीति के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा करने का मौका मिलेगा."
एनजीओ से राजनीति का सफर
राजनीति के जरिए सेवा करने उतरी नेहा आनंद ने त्रिवेदीगंज तृतीय से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें जीत मिली. अब उन्हें सपा ने अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है. नेहा आनंद का कहना है कि उनके साथ लगभग 35 सदस्य हैं. इसलिए यह चुनाव सपा ही जीतेगी.