बाराबंकी: चुनाव आयोग के निर्देश पर पहली बार सखी बूथ बनाये गए थे. हर विधानसभा में दो बूथ बनाये गए. इन सखी बूथों पर मतदान अधिकारी, कर्मचारी और सुरक्षा कर्मचारी महिलाएं ही बनाई गई थीं. आयोग की मंशा थी कि दूसरे क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को मतदान करने में भी लगाया जाय. इससे न केवल महिलाएं इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगी बल्कि इससे महिला उत्थान को बढ़ावा भी मिलेगा. आयोग का ये प्रयोग सफल रहा. यहां तैनात सभी महिला कर्मचारियों ने बखूबी अपने काम को अंजाम दिया.
मतदान के लिए पुरुष कर्मचारियों के सामने आकर असहज होने वाली महिलाओं को इससे काफी लाभ हुआ. शुरुआत में उन्हें थोड़ा संशय बना हुआ था. वे इस राष्ट्रीय कार्यक्रम को अंजाम तक पहुंचा पाती हैं या नहीं लेकिन अधिकारियों के सहयोग और प्रशिक्षण के जरिये वे इस बड़ी परीक्षा को पास करने में कामयाब रहीं.
संचिता सिंह, प्रसाइडिंग अफसर
यहां मतदान करने आने वाली महिलाओं के लिए भी महिला कर्मचारियों को देख सुखद अनुभव रहा. तेज धूल और गर्मी के चलते भले ही मतदान कम हुआ हो लेकिन आयोग के इस प्रयोग को सफल कहा जा सकता है.
मिली सेंट भींगरा, पीठासीन अधिकारी