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बरेली में मुठभेड़ के बाद छह खूंखार लुटेरे गिरफ्तार, बाइक सवार की हत्या कर देते थे लूट को अंजाम - ROBBERY GANG EXPOSED IN BAREILLY

हत्या कर लूट की घटना को अंजाम देने वाले गैंग का पुलिस अधीक्षक उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र ने किया खुलासा

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पुलिस की गिरफ्त में छह लुटेरे (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 12 hours ago

बरेली: यूपी की बरेली पुलिस और एसओजी टीम की लुटेरे गैंग के 8 सदस्यों से मुठभेड़ हो गई. जिसमें दो बदमाशों को गोली लगी. छह लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया जबकी दो आरोपी मौके से फरार होने में सफल रहे. एसपी उत्तरी ने गैंग का खुलासा करते हुए बताया कि बाइक सवार की हत्या कर लूट की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. लुटेरे गैंग ने कई घटनाओं को अंजाम दिया. जिसमें दो घटनाओं में दो बाइक सवार की हत्या कर दी थी, जबकि एक शख्स को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट का सामान भी किया है जबकि दो फरार है उनकी तलाश की जा रही है.

बता दें कि शेरगढ़ थाना इलाके में बीते 20 दिसंबर को प्राइवेट टीचर सूरजपाल की खून से लथपथ लाश मिली थी. एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने जब जांच शुरू हुई तो एक ऐसे गैंग का खुलासा हुआ जो लूट की घटनाओं को अंजाम देते वक्त लोगों की हत्या कर देते थे. पुलिस अधीक्षक उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि आरोपियों की तलाश के दौरान पुलिस को पता चला कि सियाठेरी गांव के नए लड़कों का एक गैंग इन घटनाओ को अंजाम देता था. इसके बाद मुखबिर की सूचना पर शेरगढ़ थाने की पुलिस और एसओजी की टीम की लुटेरों से मुठभेंड़ हुई. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने जितेंद्र लुक्का डॉन, देवेंद्र, रणवीर, भूपेंद्र, ऋतिक और दीपक को गिरफ्तार कर लिया. जबकि सतीश और बुद्ध पाल फरार हो गए. पकड़े गए आरोपियों में एक होमगार्ड का बेटा दीपक भी शामिल है.

मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र (Video Credit; ETV Bharat)

मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए लुटेरों ने पूछताछ में बताया कि, एक बाइक पर चार लुटेरे सवार होकर जाते थे और फिर सुनसान रास्ते में अकेले बाइक सवार पर हमला कर गिरा लेते थे और फिर धारदार हथियार से हत्या कर देते. फिर बाइक सहित अन्य सामान को लूट कर फरार हो जाते थे.

पकड़े गए लुटेरों ने बताया कि बीते 22 जुलाई की रात को बड़ी थाना क्षेत्र के रहने वाला सज्जाद जब खेत से लौटकर बाइक से घर जा रहा था. तभी बदमाशों ने उसकी हत्या कर उसकी बाइक को लूट लिया था. इसके बाद इस गैंग ने 20 नवंबर को अरविंद के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया गया और अरविंद को भी मरा समझ कर उसकी बाइक को लूट कर फरार हो गए थे. लेकिन अरविंद गंभीर हालत में मिलने के बाद उसकी जान बच गई. इसके बाद इसी गैंग ने तीसरी घटना 20 दिसंबर की रात को अंजाम दिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटी गई तीन मोटरसाइकिल, दो अवैध तमंचे, तीन चाकू, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, को भी बरामद किया है.

20 नवंबर को अरविंद पर हुए जानलेवा हमले के मामले में उसके पिता ने पुरानी रंजिश का हवाला देते हुए दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. लेकिन अब इस मामले में हुए नए खुलासे के बाद जेल गए दोनों निर्दोषों को छुड़ाने की कार्रवाई की जाएगी. वहीं जेल भेजने वाले जांचकर्ता दरोगा के खिलाफ भी कार्रवाई की बात भी कही गई है.

यह भी पढ़ें : बनारस में 8 साल की बच्ची की हत्या, बोरे में मिली लाश; 12 घंटे से थी गायब

बरेली: यूपी की बरेली पुलिस और एसओजी टीम की लुटेरे गैंग के 8 सदस्यों से मुठभेड़ हो गई. जिसमें दो बदमाशों को गोली लगी. छह लुटेरों को पुलिस ने गिरफ्तार किया जबकी दो आरोपी मौके से फरार होने में सफल रहे. एसपी उत्तरी ने गैंग का खुलासा करते हुए बताया कि बाइक सवार की हत्या कर लूट की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है. लुटेरे गैंग ने कई घटनाओं को अंजाम दिया. जिसमें दो घटनाओं में दो बाइक सवार की हत्या कर दी थी, जबकि एक शख्स को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. पुलिस ने मुठभेड़ के बाद 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट का सामान भी किया है जबकि दो फरार है उनकी तलाश की जा रही है.

बता दें कि शेरगढ़ थाना इलाके में बीते 20 दिसंबर को प्राइवेट टीचर सूरजपाल की खून से लथपथ लाश मिली थी. एफआईआर दर्ज कर पुलिस ने जब जांच शुरू हुई तो एक ऐसे गैंग का खुलासा हुआ जो लूट की घटनाओं को अंजाम देते वक्त लोगों की हत्या कर देते थे. पुलिस अधीक्षक उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि आरोपियों की तलाश के दौरान पुलिस को पता चला कि सियाठेरी गांव के नए लड़कों का एक गैंग इन घटनाओ को अंजाम देता था. इसके बाद मुखबिर की सूचना पर शेरगढ़ थाने की पुलिस और एसओजी की टीम की लुटेरों से मुठभेंड़ हुई. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने जितेंद्र लुक्का डॉन, देवेंद्र, रणवीर, भूपेंद्र, ऋतिक और दीपक को गिरफ्तार कर लिया. जबकि सतीश और बुद्ध पाल फरार हो गए. पकड़े गए आरोपियों में एक होमगार्ड का बेटा दीपक भी शामिल है.

मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र (Video Credit; ETV Bharat)

मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए लुटेरों ने पूछताछ में बताया कि, एक बाइक पर चार लुटेरे सवार होकर जाते थे और फिर सुनसान रास्ते में अकेले बाइक सवार पर हमला कर गिरा लेते थे और फिर धारदार हथियार से हत्या कर देते. फिर बाइक सहित अन्य सामान को लूट कर फरार हो जाते थे.

पकड़े गए लुटेरों ने बताया कि बीते 22 जुलाई की रात को बड़ी थाना क्षेत्र के रहने वाला सज्जाद जब खेत से लौटकर बाइक से घर जा रहा था. तभी बदमाशों ने उसकी हत्या कर उसकी बाइक को लूट लिया था. इसके बाद इस गैंग ने 20 नवंबर को अरविंद के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया गया और अरविंद को भी मरा समझ कर उसकी बाइक को लूट कर फरार हो गए थे. लेकिन अरविंद गंभीर हालत में मिलने के बाद उसकी जान बच गई. इसके बाद इसी गैंग ने तीसरी घटना 20 दिसंबर की रात को अंजाम दिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटी गई तीन मोटरसाइकिल, दो अवैध तमंचे, तीन चाकू, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, मोबाइल फोन, को भी बरामद किया है.

20 नवंबर को अरविंद पर हुए जानलेवा हमले के मामले में उसके पिता ने पुरानी रंजिश का हवाला देते हुए दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. लेकिन अब इस मामले में हुए नए खुलासे के बाद जेल गए दोनों निर्दोषों को छुड़ाने की कार्रवाई की जाएगी. वहीं जेल भेजने वाले जांचकर्ता दरोगा के खिलाफ भी कार्रवाई की बात भी कही गई है.

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