बाराबंकी: करीब डेढ़ वर्ष से फतेहपुर सूरतगंज जाने वाले मार्ग पर ग्राम जरखा के पास शारदा नहर पुल क्षतिग्रस्त है. टूटे पड़े पुल के कारण राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय विधायक द्वारा प्रमुख सचिव को पत्र लिखने के बाद भी आज तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है. ऐसे में राहगीरों को लंबी दूरी तय कर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है.
जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे लोग
तहसील फतेहपुर सूरतगंज मार्ग पर ग्राम जरखा के पास से गुजरी शारदा नहर दरियाबाद ब्रांच समांतर शाखा का पुल करीब डेढ़ वर्ष पूर्व टूट गया था. प्रशासन ने इस पुल पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया था. इससे राहगीरों को अशोक धाम से होकर गुजरना पड़ रहा है. रोजाना बस यात्रियों को करीब 12 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करने के बाद सूरत बैंक होकर जाना पड़ता है. वहीं आसपास गांव के रहने वाले राहगीरों को 8 किलोमीटर अधिक दूरी तय करके आना पड़ता है. इस समस्या को ईटीवी भारत ने प्राथमिकता के साथ चलाया था. इसको स्थानीय विधायक साकेत प्रताप वर्मा ने संज्ञान में लिया. उन्होंने लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर पुल का निर्माण कराए जाने का अनुरोध किया था. इस बारे में फरवरी माह में निविदा भी प्रकाशित करा दी गई थी लेकिन पुल का निर्माण कार्य आज तक शुरू नहीं हो सका है.
ऐसे में ग्रामीणों की समस्या जस की तस बनी हुई है. राहगीरों को अधिक दूरी का सामना न करना पड़े ऐसे में बाइक सवार और छोटे सवारी वाहन सवारियों को भरकर जान जोखिम में डालकर टूटे पुल से गुजरने पर मजबूर हैं. इस दौरान कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है. स्थानीय विधायक साकेत प्रताप वर्मा से दूरभाष पर बात करने पर उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त पुल के निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा निविदा प्रक्रिया की गई थी, लेकिन किसी ठेकेदार द्वारा टेंडर नहीं डाला गया. इसके चलते देरी हुई है. ब्रिज कारपोरेशन को निर्माण कार्य कराए जाने की कार्रवाई की जा रही है. बहुत जल्दी पुल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जाएगा. पुल निर्माण कार्य में विलंब होने का एक कारण कोरोना महामारी भी है.