बाराबंकी: प्रदेश के दीवानी न्यायालयों के कर्मचारियों का 41 वां प्रांतीय अधिवेशन इस बार बाराबंकी में आयोजित हो रहा है. दो दिवसीय इस अधिवेशन की शुरुआत शनिवार को हो गई. अधिवेशन में सूबे के 50 से ज्यादा जिलों के सैकड़ों प्रतिनिधियों ने शिरकत की. हर दो साल बाद होने वाले इस अधिवेशन के जरिए कर्मचारी अपनी समस्याओं पर चर्चा कर उनको दूर करने की रणनीति तैयार करते हैं.
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अधिवेशन में विभिन्न समस्याओं पर हुई चर्चा
नगर के एक होटल में आयोजित इस अधिवेशन में एफटीसी न्यायालयों में नियुक्त एडहॉक कर्मचारियों के नियमितीकरण और लिपिकवर्ग के 4600 ग्रेड वेतन के कर्मचारियों को राजपत्रित प्रतिष्ठा, कर्मचारियों के आवास की समस्या, पेंशन और लखनऊ में संघ भवन निर्माण के मुद्दों पर खास चर्चा की गई.
कानून मंत्री कार्यक्रम में हुए शामिल
कार्यक्रम में सूबे के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए. इस मौके पर उन्होंने अदालतों की महत्ता बयान करते हुए कर्मचारियों के कामों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि लोगों को अदालतों पर पूरा भरोसा है. हर पीड़ित जब सब जगह से हार जाता है तो उसे अदालत पर भरोसा होता है. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यों को सफलतापूर्वक सम्पादित करने में न्यायिक अधिकारियों के साथ-साथ उनमें काम करने वाले कर्मचारियों का अहम रोल होता है.
कर्मचारियों ने सौंपा मांग पत्र
इस मौके पर कर्मचारियों ने अपना मांग पत्र कानून मंत्री को सौंपा. कर्मचारियों का कहना है कि पिछले काफी अर्से से उनकी समस्याएं लंबित हैं. ब्रजेश पाठक ने उनके मांग पत्र को गम्भीरत से लेते हुए उनकी मांग जल्द पूरी होने का भरोसा दिलाया है.