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अवैध असलहा फैक्ट्रियों पर पुलिस की कार्रवाई, दो आरोपी गिरफ्तार

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Published : Apr 4, 2021, 9:18 PM IST

बाराबंकी में पुलिस लगातार कई अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्रियों का खुलासा कर रही है. पुलिस ने रविवार को भी एक अवैध फैक्ट्री पर छापेमारी की. पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया.

दो आरोपी गिरफ्तार
दो आरोपी गिरफ्तार

बाराबंकी: जिला अवैध असलहा बनाने का हब बनता नजर आ रहा है. एक हफ्ते में पुलिस ने छापेमारी करते हुए कई अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्रियों का खुलासा किया है. रविवार को एक और अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई है. यहां से निर्मित 10 देसी तमंचे और 3 बंदूक बरामद की गई हैं. यही नहीं असलहे बनाने में प्रयुक्त लोहे की स्प्रिंग, लोहे के कटे पाइप समेत उपकरण भी बरामद किए गए हैं. पुलिस ने इस अवैध धंधे में लिप्त दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक अपराधी हिस्ट्रीशीटर है. पुलिस की नजर उन लोगों पर भी है, जो डिमांड कर असलहे तैयार कराते हैं.

यह भी पढ़ें: मुख्तार एंबुलेंस प्रकरण : बाराबंकी पुलिस ने डॉ. अलका राय से की पूछताछ


कई फैक्ट्रियों का हो चुका है खुलासा

पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान में पिछले एक हफ्ते में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छह अवैध असलहों के निर्माण में लगी फैक्ट्रियां पकड़ी गई हैं. जिले में निर्मित हो रहे अवैध असलहों के जखीरे से लोग दहशत में हैं. पुलिस भी हैरान है. शायद यही वजह है कि लगातार अभियान चलाया जा रहा है.

दो अपराधी गिरफ्तार

रविवार को फतेहपुर थाने की पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कुतुबापुर गांव में छापेमारी कर एक शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. इस दौरान पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. इनमें एक आरोपी मुस्तकीम है, जो कुतुबापुर गांव का ही रहने वाला है. दूसरा योगेंद्र कुमार है जो चित्तापुरवा मजरे सिहाली का रहने वाला है. आरोपी मुस्तकीम फतेहपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है. इसके खिलाफ करीब छह मामले दर्ज हैं.

धंधे में लिप्त लोगों पर पुलिस की नजर

पुलिस के मुताबिक इन फैक्ट्रियों में ऑन डिमांड असलहे तैयार किए जाते हैं. पूछताछ में पकड़े गए अपराधियों ने बताया कि छोटे असलहे 2 से ढाई हजार में बेच दिए जाते हैं, जबकि बंदूक 5 से 7 हजार रुपये में बिकती है. अब तक तमाम असलहे बनाकर ये लोग जिले में खपा चुके हैं. पुलिस अब इस धंधे में लिप्त और लोगों की तलाश में जुट गई है. माना जा रहा है कि इन असलहों का प्रयोग पंचायत चुनाव में दहशत फैलाने के लिए किया जाता है. पुलिस इस ओर भी तफ्तीश कर रही है.

बाराबंकी: जिला अवैध असलहा बनाने का हब बनता नजर आ रहा है. एक हफ्ते में पुलिस ने छापेमारी करते हुए कई अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्रियों का खुलासा किया है. रविवार को एक और अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई है. यहां से निर्मित 10 देसी तमंचे और 3 बंदूक बरामद की गई हैं. यही नहीं असलहे बनाने में प्रयुक्त लोहे की स्प्रिंग, लोहे के कटे पाइप समेत उपकरण भी बरामद किए गए हैं. पुलिस ने इस अवैध धंधे में लिप्त दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इसमें एक अपराधी हिस्ट्रीशीटर है. पुलिस की नजर उन लोगों पर भी है, जो डिमांड कर असलहे तैयार कराते हैं.

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कई फैक्ट्रियों का हो चुका है खुलासा

पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान में पिछले एक हफ्ते में जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में छह अवैध असलहों के निर्माण में लगी फैक्ट्रियां पकड़ी गई हैं. जिले में निर्मित हो रहे अवैध असलहों के जखीरे से लोग दहशत में हैं. पुलिस भी हैरान है. शायद यही वजह है कि लगातार अभियान चलाया जा रहा है.

दो अपराधी गिरफ्तार

रविवार को फतेहपुर थाने की पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर कुतुबापुर गांव में छापेमारी कर एक शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. इस दौरान पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. इनमें एक आरोपी मुस्तकीम है, जो कुतुबापुर गांव का ही रहने वाला है. दूसरा योगेंद्र कुमार है जो चित्तापुरवा मजरे सिहाली का रहने वाला है. आरोपी मुस्तकीम फतेहपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है. इसके खिलाफ करीब छह मामले दर्ज हैं.

धंधे में लिप्त लोगों पर पुलिस की नजर

पुलिस के मुताबिक इन फैक्ट्रियों में ऑन डिमांड असलहे तैयार किए जाते हैं. पूछताछ में पकड़े गए अपराधियों ने बताया कि छोटे असलहे 2 से ढाई हजार में बेच दिए जाते हैं, जबकि बंदूक 5 से 7 हजार रुपये में बिकती है. अब तक तमाम असलहे बनाकर ये लोग जिले में खपा चुके हैं. पुलिस अब इस धंधे में लिप्त और लोगों की तलाश में जुट गई है. माना जा रहा है कि इन असलहों का प्रयोग पंचायत चुनाव में दहशत फैलाने के लिए किया जाता है. पुलिस इस ओर भी तफ्तीश कर रही है.

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