बाराबंकी : कई बार गिरफ्तारी और बरामदगी के बाद भी अवैध शराब की तस्करी (smuggling of illicit liquor) पर लगाम नहीं लग पा रहा है. शातिर शराब तस्कर नए-नए ढंग से तस्करी को अंजाम दे रहे हैं. इस बार बाराबंकी पुलिस ने एक ऐसे तस्कर को गिरफ्तार किया जो आलू से भरे ट्रक में शराब छुपाकर ले जा रहा था. खास बात ये है कि रास्ते में कहीं पकड़े न जाय, इसके लिए आलू के फर्जी बिल और बिल्टी भी बनवाकर उसने रख ली थी.
मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने ट्रक को धर दबोचा जिसमें आलू के बोरों के बीच में 450 पेटी अवैध शराब और बीयर लदी हुई थी. उसकी कीमत लगभग 75 लाख रुपये बताई जा रही है. गौरतलब है कि पंजाब और हरियाणा प्रांत से पिछले काफी अरसे से हिमाचल प्रदेश समेत कई प्रदेशों को अवैध शराब की तस्करी हो रही है. ये शराब बाराबंकी होकर जाती है. अब तक बाराबंकी पुलिस ने कई बार तस्करी कर ले जाई जा रही शराब को बरामद किया है. इस अवैध शराब की तस्करी में कई अंतरजनपदीय गिरोह शामिल हैं जो पंजाब और हरियाणा से अवैध शराब की तस्करी कर उत्तरप्रदेश के कई जिलों से होते हुए पश्चिम बंगाल, बिहार और हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों को ले जाते हैं.
इसे भी पढ़ेंः सीएम की बिजली संकट पर बैठक, अफसरों को दिए निर्देश, कहा- त्यौहार पर सुचारू रखें आपूर्ति
इसी क्रम में शनिवार को बाराबंकी की स्वाट और हैदरगढ़ पुलिस टीम ने लखनऊ-सुलतानपुर हाइवे पर स्थित ग्रामांचल स्कूल के पास एक ट्रक को पकड़ा. इस पर आलू लदा था. ट्रक की छानबीन की गई तो आलू की बोरियों के बीच अवैध शराब और बियर से भरे गत्ते बरामद हुए. इन गत्तों में 450 पेटियां अवैध शराब बरामद हुई जिसमें 250 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब और 200 पेटी अवैध बियर थी.
इन पेटियों पर for sale in UT Chandigarh only लिखा था. ट्रक में सवार तस्कर से कागजात मांगे गए तो उसके पास आलू के फर्जी बिल और बिल्टी मिले. पकड़े गए तस्कर का नाम विजय कुमार चौहान निवासी देवी रोड कोटद्वार ,कोटद्वार गढ़वाल उत्तराखंड जिसने हाल पता पोंटा साहिब थाना पोंटा साहिब जिला सिरमोर हिमांचल प्रदेश बताया. गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि शराब को चंडीगढ़ से कोलकाता लेकर जा रहे थे. इस शराब को ट्रक के मालिक भगवानदास निवासी डोबरी सलवाला थाना पोंटा साहिब जिला सिरमोर हिमांचल प्रदेश ने आलू के बोरे में के बीच में रखकर ले जाने को कहा था. फिलहाल पुलिस अब ट्रक मालिक की तलाश में जुट गई है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप