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'पार्वती' का शोधपत्र राष्ट्रीय स्तर पर हुआ चयन, यहां किया जाएगा प्रस्तुत...

बाराबंकी की छात्रा पार्वती पाठक का शोधपत्र राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर प्रस्तुत करने के लिए चयन किया गया है. कक्षा आठ की छात्रा ने "क्रॉप वेस्ट मैनेजमेंट" यानी फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया है.

पार्वती पाठक.
पार्वती पाठक.
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Published : Feb 3, 2021, 5:48 PM IST

बाराबंकीः जिले के ग्रामीण क्षेत्र की एक परिषदीय विद्यालय की बालिका ने जिले का मान बढ़ाया है. इस बालिका के शोध पत्र का चयन राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए हुआ है. राज्य स्तर पर प्रस्तुतीकरण के बाद पूरे प्रदेश में 21 शोध पत्र चयनित किए गए. इसमें बाराबंकी की छात्रा पार्वती पाठक के शोध पत्र का भी चयन किया गया है. कक्षा आठ की इस छात्रा ने "क्रॉप वेस्ट मैनेजमेंट" यानी फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया है.

पार्वती पाठक को सम्मानित करते अध्यापक.
पार्वती पाठक को सम्मानित करते अध्यापक.

ग्रामीण अंचल की है बालिका

सिद्धौर ब्लॉक के कोपवा गांव में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय की कक्षा 8 की छात्रा पार्वती पाठक के शोध पत्र को राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में स्थान मिला है. पूरे प्रदेश से सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों के 10 से 16 आयु वर्ग के बच्चों ने जूनियर और सीनियर वर्ग में अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए थे. इनमें पार्वती के शोध पत्र को भी स्थान मिला है.

राष्ट्रीय स्तर पर शामिल हुआ शोधपत्र

प्रथम चरण में जनपद स्तर पर शोध पत्र प्रस्तुत किए गए. इसमें से 5 शोध पत्रों को चयनित कर राज्य स्तर पर भेजा गया था. उनमें से दो शोध पत्रों का ऑनलाइन माध्यम से 24 जनवरी को प्रस्तुतिकरण किया गया. इसमें शहर के जमिलुर्रहमान किदवाई इस्लामिया इंटर कॉलेज की कक्षा 10 की छात्रा रुखसाना बानो और उच्च प्राथमिक विद्यालय कोपवा की कक्षा 8 की छात्रा पार्वती पाठक ने अपना-अपना प्रस्तुतिकरण दिया था.

पूर्व में भी नाम कर चुकी है ये बालिका

विद्यालय के विज्ञान शिक्षक दिनेश कुमार वर्मा ने बताया कि ये बालिका बहुत ही मेधावी है. पूर्व में भी इस बालिका को वर्ष 2019 में राष्ट्रीय आविष्कार और 2020 में इंस्पायर अवार्ड के लिए चुना गया था.

शोधपत्र को समझाती पार्वती.
शोधपत्र को समझाती पार्वती.

इस बालिका को यहां तक पहुंचाने का श्रेय विद्यालय के विज्ञान शिक्षक दिनेश कुमार वर्मा को जाता है. दरअसल शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करना दिनेश का पैशन है. नियुक्ति के बाद से ही दिनेश कुमार ने कोपवा स्कूल को अपनी मेहनत और लगन से मॉडल स्कूल बना डाला.

विज्ञान शिक्षक देते हैं नई तकनीक से शिक्षा

विज्ञान शिक्षक दिनेश स्कूल में बच्चों को नई-नई तकनीकों से शिक्षित करते हैं. यही वजह है कि दिनेश को स्कूल में नामांकन बढ़ाने, बच्चों में नवाचारी विज्ञान अध्यापन और बच्चों को कई खेल प्रतियोगिताओं में सफलता दिलाने के लिए अधिकारियों ने कई बार पुरस्कृत भी किया है. इन्हें बेसिक शिक्षा परिषद की पुस्तकों में क्यूआर यानी क्विक रिस्पांस कोड लगाने और ई-कंटेंट तैयार करने के लिए एससीईआरटी निदेशक से प्रमाण पत्र भी मिल चुका है.

हमेशा शिक्षा के क्षेत्र में कुछ न कुछ नया करने वाले दिनेश राज्य स्तरीय योगाभ्यास प्रतियोगिता में भी चयनित हो चुके हैं. जिले में उत्कृष्ट अध्यापक का पुरस्कार, राज्य स्तर पर लेसन प्लान लिखने के लिए प्रशस्ति पत्र, बेसिक शिक्षा में लिखी विज्ञान की कार्यपुस्तिका और अध्यापकों के प्रशिक्षण के मॉडल तैयार करने के लिए भी इन्हें सम्मान मिल चुका है.

बाराबंकीः जिले के ग्रामीण क्षेत्र की एक परिषदीय विद्यालय की बालिका ने जिले का मान बढ़ाया है. इस बालिका के शोध पत्र का चयन राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने के लिए हुआ है. राज्य स्तर पर प्रस्तुतीकरण के बाद पूरे प्रदेश में 21 शोध पत्र चयनित किए गए. इसमें बाराबंकी की छात्रा पार्वती पाठक के शोध पत्र का भी चयन किया गया है. कक्षा आठ की इस छात्रा ने "क्रॉप वेस्ट मैनेजमेंट" यानी फसल अवशेष प्रबंधन विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया है.

पार्वती पाठक को सम्मानित करते अध्यापक.
पार्वती पाठक को सम्मानित करते अध्यापक.

ग्रामीण अंचल की है बालिका

सिद्धौर ब्लॉक के कोपवा गांव में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय की कक्षा 8 की छात्रा पार्वती पाठक के शोध पत्र को राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में स्थान मिला है. पूरे प्रदेश से सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों के 10 से 16 आयु वर्ग के बच्चों ने जूनियर और सीनियर वर्ग में अपने-अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए थे. इनमें पार्वती के शोध पत्र को भी स्थान मिला है.

राष्ट्रीय स्तर पर शामिल हुआ शोधपत्र

प्रथम चरण में जनपद स्तर पर शोध पत्र प्रस्तुत किए गए. इसमें से 5 शोध पत्रों को चयनित कर राज्य स्तर पर भेजा गया था. उनमें से दो शोध पत्रों का ऑनलाइन माध्यम से 24 जनवरी को प्रस्तुतिकरण किया गया. इसमें शहर के जमिलुर्रहमान किदवाई इस्लामिया इंटर कॉलेज की कक्षा 10 की छात्रा रुखसाना बानो और उच्च प्राथमिक विद्यालय कोपवा की कक्षा 8 की छात्रा पार्वती पाठक ने अपना-अपना प्रस्तुतिकरण दिया था.

पूर्व में भी नाम कर चुकी है ये बालिका

विद्यालय के विज्ञान शिक्षक दिनेश कुमार वर्मा ने बताया कि ये बालिका बहुत ही मेधावी है. पूर्व में भी इस बालिका को वर्ष 2019 में राष्ट्रीय आविष्कार और 2020 में इंस्पायर अवार्ड के लिए चुना गया था.

शोधपत्र को समझाती पार्वती.
शोधपत्र को समझाती पार्वती.

इस बालिका को यहां तक पहुंचाने का श्रेय विद्यालय के विज्ञान शिक्षक दिनेश कुमार वर्मा को जाता है. दरअसल शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार करना दिनेश का पैशन है. नियुक्ति के बाद से ही दिनेश कुमार ने कोपवा स्कूल को अपनी मेहनत और लगन से मॉडल स्कूल बना डाला.

विज्ञान शिक्षक देते हैं नई तकनीक से शिक्षा

विज्ञान शिक्षक दिनेश स्कूल में बच्चों को नई-नई तकनीकों से शिक्षित करते हैं. यही वजह है कि दिनेश को स्कूल में नामांकन बढ़ाने, बच्चों में नवाचारी विज्ञान अध्यापन और बच्चों को कई खेल प्रतियोगिताओं में सफलता दिलाने के लिए अधिकारियों ने कई बार पुरस्कृत भी किया है. इन्हें बेसिक शिक्षा परिषद की पुस्तकों में क्यूआर यानी क्विक रिस्पांस कोड लगाने और ई-कंटेंट तैयार करने के लिए एससीईआरटी निदेशक से प्रमाण पत्र भी मिल चुका है.

हमेशा शिक्षा के क्षेत्र में कुछ न कुछ नया करने वाले दिनेश राज्य स्तरीय योगाभ्यास प्रतियोगिता में भी चयनित हो चुके हैं. जिले में उत्कृष्ट अध्यापक का पुरस्कार, राज्य स्तर पर लेसन प्लान लिखने के लिए प्रशस्ति पत्र, बेसिक शिक्षा में लिखी विज्ञान की कार्यपुस्तिका और अध्यापकों के प्रशिक्षण के मॉडल तैयार करने के लिए भी इन्हें सम्मान मिल चुका है.

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