बाराबंकी: आने वाले नए सत्र से परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई का तौर- तरीका पूरी तरह से बदला हुआ नजर आएगा. इसके लिए शिक्षकों को खास किस्म की ट्रेनिंग दी जा रही है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने प्राथमिक स्तर पर शिक्षा को सशक्त बनाने के लिए 'नेशनल इनीशिएटिव फॉर स्कूल हेड्स एंड टीचर्स हॉलिस्टिक एडवांसमेंट' यानी 'निष्ठा' ट्रेनिंग की शुरुआत की है.
इस खास किस्म की ट्रेनिंग के जरिए शिक्षकों को ज्वायफुल और प्रायोगिक टीचिंग के गुर सिखाए जा रहे हैं ताकि वे बच्चों को बेहतर ढंग से शिक्षित कर सकें. जिले के तीन ब्लॉकों बंकी, देवा और त्रिवेदीगंज में यह ट्रेनिंग शिक्षकों को दी जा रही है. इस दौरान प्रति ब्लाक में डेढ़ सौ से अधिक शिक्षक ट्रेनिंग में शामिल हो रहे हैं.
5 दिनों की इस ट्रेनिंग पैकेज में 12 मॉड्यूल्स हैं. इसमें पाठ्य चर्चा, समावेशी शिक्षा, व्यक्तिगत सामाजिक योग्यता, स्वस्थ स्कूली पर्यावरण, हेल्थ एंड केयर और आर्ट बेस्ड एजुकेशन जैसे विषयों को शामिल किया गया है. बता दें कि ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है कि इस तरीके की हाईटेक ट्रेनिंग शिक्षकों को दी जा रही है.
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जितने हमारे शिक्षक है सभी के लिए क्वालिटी बढ़ाने के लिए तीन फेरा में ट्रैनिंग का आयोजन किया गया है. प्रत्येक विकास खंड में शिक्षकों को यह ट्रेनिंग दी जा रही है.
- वीपी सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारीइस ट्रेनिंग पैकेज में 12 मॉड्यूल्स हैं. इसमें पाठ्य चर्चा ,समावेशी शिक्षा, व्यक्तिगत सामाजिक योग्यता ,स्वस्थ स्कूली पर्यावरण ,हेल्थ एंड केयर और आर्ट बेस्ड एजुकेशन जैसे विषय शामिल किए गए हैं.
- अनिमेष कुमार गुप्ता, ट्रेनरयह ट्रेनिंग हमारे लिए बहुत ही उपयोगी है. हमें बच्चों के साथ जुड़कर उनके परिवेश में रहकर उन्हें सिखाना होगा.
- उर्वशी चौबे, ट्रेनिंग लेने आई शिक्षिका