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वैज्ञानिक बनने का सबसे आसान प्लेटफार्म है राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस - डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी

यूपी के बाराबंकी जिले के बच्चे राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच रहे हैं. पिछले 27 वर्षों से कार्यरत यह संस्था बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित कर उन्हें नई-नई खोजों के प्रति आगे बढ़ाने के लिए मंच उपलब्ध कराती है.

राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस कार्यशाला का हुआ आयोजन.
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Published : Sep 29, 2019, 10:41 AM IST

बाराबंकी: राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित कर उन्हें नई-नई खोजों के प्रति आगे बढ़ाने में पिछले 27 वर्षों से कार्य कर रही है. यह संस्था हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के जरिये कई प्रतिभाओं को खोज निकालती है. संस्था इस वर्ष क्लियर, ग्रीन और हेल्दी नेशन थीम पर प्रतियोगिता कराने जा रही है. बाराबंकी जिले से भी बच्चे राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे, इसके लिए शनिवार को जिले भर के विज्ञान शिक्षकों ने वर्कशॉप के जरिये विशेष कार्य योजना बनाई. जिले भर के विज्ञान शिक्षक अपने अपने स्कूलों के बच्चों को स्वच्छ, हरित और स्वस्थ राष्ट्र की थीम पर उनको प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए तैयार करेंगे.

वैज्ञानिक बनने का सबसे आसान प्लेटफार्म है राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस.

थीम पर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं बच्चे

  • इस प्रतियोगिता में दो वर्ग के बच्चे प्रतिभाग करते हैं.
  • पहला वर्ग निम्न आयु वर्ग है, जिसमें 10 से 14 वर्ष के बच्चे भाग लेते हैं.
  • दूसरा उच्च आयु वर्ग है, जिसमें 14 से 17 वर्ष तक के बच्चे भाग लेते हैं.
  • इस प्रतियोगिता का आयोजन पहले जिले में किया जाता है.
  • जिले की प्रतियोगिता में चयनित बच्चे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेते हैं.
  • राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित बच्चे राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेते हैं.
  • इस प्रतियोगिता में बच्चे दी गई थीम पर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं.
  • निर्णायक मंडल सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट का चयन करता है.

इसे भी पढे़ं- गोरखपुर ऑक्सीजन कांड : डॉ कफील ने दी सफाई, कहा- सरकारी नौकरी के दौरान नहीं की प्राइवेट प्रैक्टिस

पिछले 27 वर्षों से यह संस्था हर वर्ष नई-नई प्रतिभाओं को खोजकर आगे लाती है. इसी संस्था द्वारा खोजे गए बच्चे रविवार को डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी और इसरो जैसी देश की प्रतिष्ठित संस्थाओं में काम कर रहे हैं. वैज्ञानिक सोच रखने वाले बच्चों के लिए इससे आसान और सरल प्लेटफार्म कोई नहीं है.
-अजय कुमार मिश्रा, जिला समन्वयक, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस

बाराबंकी: राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित कर उन्हें नई-नई खोजों के प्रति आगे बढ़ाने में पिछले 27 वर्षों से कार्य कर रही है. यह संस्था हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के जरिये कई प्रतिभाओं को खोज निकालती है. संस्था इस वर्ष क्लियर, ग्रीन और हेल्दी नेशन थीम पर प्रतियोगिता कराने जा रही है. बाराबंकी जिले से भी बच्चे राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे, इसके लिए शनिवार को जिले भर के विज्ञान शिक्षकों ने वर्कशॉप के जरिये विशेष कार्य योजना बनाई. जिले भर के विज्ञान शिक्षक अपने अपने स्कूलों के बच्चों को स्वच्छ, हरित और स्वस्थ राष्ट्र की थीम पर उनको प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए तैयार करेंगे.

वैज्ञानिक बनने का सबसे आसान प्लेटफार्म है राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस.

थीम पर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं बच्चे

  • इस प्रतियोगिता में दो वर्ग के बच्चे प्रतिभाग करते हैं.
  • पहला वर्ग निम्न आयु वर्ग है, जिसमें 10 से 14 वर्ष के बच्चे भाग लेते हैं.
  • दूसरा उच्च आयु वर्ग है, जिसमें 14 से 17 वर्ष तक के बच्चे भाग लेते हैं.
  • इस प्रतियोगिता का आयोजन पहले जिले में किया जाता है.
  • जिले की प्रतियोगिता में चयनित बच्चे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेते हैं.
  • राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में चयनित बच्चे राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेते हैं.
  • इस प्रतियोगिता में बच्चे दी गई थीम पर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं.
  • निर्णायक मंडल सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट का चयन करता है.

इसे भी पढे़ं- गोरखपुर ऑक्सीजन कांड : डॉ कफील ने दी सफाई, कहा- सरकारी नौकरी के दौरान नहीं की प्राइवेट प्रैक्टिस

पिछले 27 वर्षों से यह संस्था हर वर्ष नई-नई प्रतिभाओं को खोजकर आगे लाती है. इसी संस्था द्वारा खोजे गए बच्चे रविवार को डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी और इसरो जैसी देश की प्रतिष्ठित संस्थाओं में काम कर रहे हैं. वैज्ञानिक सोच रखने वाले बच्चों के लिए इससे आसान और सरल प्लेटफार्म कोई नहीं है.
-अजय कुमार मिश्रा, जिला समन्वयक, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस

Intro:बाराबंकी ,29 सितम्बर । बच्चो में वैज्ञानिक सोच विकसित कर उन्हें नई नई खोजों के प्रति आगे बढ़ाने में पिछले 27 वर्षों से कार्य कर रही राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के जरिये कई प्रतिभाओं को खोज निकलता है । संस्था इस वर्ष "क्लियर,ग्रीन और हेल्दी नेशन "थीम पर प्रतियोगिता कराने जा रही है । बाराबंकी जिले से भी बच्चे राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे इसके लिए शनिवार को जिले भर के विज्ञान शिक्षकों ने वर्कशॉप के जरिये विशेष कार्ययोजना बनाई ।


Body:वीओ - जिले भर के विज्ञान शिक्षक अपने अपने स्कूलों के बच्चों को स्वच्छ ,हरित और स्वस्थ राष्ट्र की थीम पर उनको प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए तैयार करेंगे ।
बाईट - अरीमा खानम ,विज्ञान शिक्षिका

वीओ - पिछले 27 वर्षों से ये संस्था हर वर्ष नई नई प्रतिभाओं को खोजकर आगे लाती है । इसी संस्था द्वारा खोजे गए बच्चे आज डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी और इसरो जैसी देश ki प्रतिष्ठित संस्थाओं में काम कर रहे हैं । वैज्ञानिक सोच रखने वाले बच्चों के लिए इससे आसान और सरल प्लेटफार्म कोई नही ।
बाईट - अजय कुमार मिश्रा , जिला समन्वयक, राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस

इस प्रतियोगिता में दो वर्ग के बच्चे प्रतिभाग करते है । पहला वर्ग निम्न आयु वर्ग है जिसमे 10 से 14 वर्ष के बच्चे भाग लेते हैं । दूसरा उच्च आयु वर्ग है जिसमे 14 से 17 वर्ष तक के बच्चे भाग लेते हैं । पहले ये प्रतियोगिता जिले में आयोजित की जाती है फिर उसमें से चयनित बच्चे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेते है । इसमें चयनित बच्चे राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग करते हैं । इस प्रतियोगिता में बच्चे दी गई थीम पर प्रोजेक्ट तैयार करते हैं । निर्णायक मंडल सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट का चयन करता है ।


Conclusion:र
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