बाराबंकी : तीन दिन पहले 4 नवंबर को कुर्सी थाना क्षेत्र के उमरा इंडस्ट्रियल एरिया में एक किशोरी का खून से लथपथ शव मिला था. पुलिस के लिए यह ब्लाइंड मर्डर था. 12वीं में पढ़ने वाली लड़की 25 अक्टूबर को अचानक अपने घर से लापता हुई थी. सीतापुर में रहने वाले परिजनों को उसके ठिकाने का पता नहीं था. लोकलाज के डर से उन्होंने पुलिस को भी लड़की के गायब होने की सूचना नहीं दी थी. मगर जब लाश मिली तो पुलिस ने इसकी जांच शुरू की. सोमवार को पुलिस ने इस घटना का खुलासा करते हुए उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया. प्रेमी हत्या के बाद अगले दिन अपनी प्रेमिका के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ था, ताकि किसी को शक नहीं हो.
चार दिन पहले सीतापुर में रहने वाली एक लड़की का खून से लथपथ शव बाराबंकी के उमरा इंडस्ट्रियल एरिया में मिला. बाराबंकी पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि लड़की पड़ोसी जिले सीतापुर के महमूदाबाद की रहने वाली थी. परिजनों के मुताबिक लड़की कक्षा 12 की छात्रा थी. दीपावली के दूसरे दिन यानी 25 अक्टूबर को किशोरी अपने घर से करीब 3 बजे अपने घर से मौसी के यहां जाने की बात कहकर निकली थी. शाम को ड्यूटी से लौट कर जब उसके भाई ने मौसी को फोन कर लड़की के बारे पूछा तो पता चला कि वह मौसी के घर से लौट चुकी थी. जब लड़की घर नहीं पहुंची तो भाई समेत परिजनों ने तलाश शुरू की. परिजनों को पता चला कि वह अपने घर से कुछ गहने लेकर निकली है. परिजन कई दिनों तक उसकी तलाश करते रहे.लोकलाज के डर से परिजनों ने पुलिस को न तो कोई सूचना दी और न ही कोई गुमशुदगी दर्ज कराई. इस बीच 5 नवंबर को बाराबंकी पुलिस ने उसके शव मिलने की सूचना दी.
एडिशनल एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने बाराबंकी पुलिस ने इस केस की गुत्थी सुलझाने के लिए टीम बना दी. पुलिस ने फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वायड की मदद से घटनास्थल से साक्ष्य इकट्ठा किए. 5 नवंबर को किशोरी की शिनाख्त हुई. पुलिस ने सीतापुर के महमूदाबाद में उसके परिजनों से संपर्क किया तो उसकी गुमशुदगी की डेट और घटनाक्रम का पता चला. इसके साथ ही पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और मैन्युअल इंटेलिजेंस की मदद से लड़की से जुड़े लोगों की तलाश शुरू की. तब पुलिस को मोहल्ला कोठी निवासी मोहम्मद अतीफ के बारे पता चला, जो उसका प्रेमी था. इसके बाद पुलिस की शक की सुई अतीफ की ओर घूम गई. पुलिस ने मोबाइल इंटेलिजेंस से मिले क्लू के आधार पर आरोपी अतीफ को गिरफ्तार कर लिया.
एडिशनल एसपी के मुताबिक, अतीफ ने पुलिस को बताया कि उसका 2019 से ही लड़की के साथ प्रेम प्रसंग चला आ रहा था. लड़की उसकी दूर की रिश्तेदार भी थी. किशोरी उस पर शादी करने का दबाव डाल रही थी. अतीफ को शक था कि लड़की के अन्य लड़कों के साथ भी रिश्ते थे. इस कारण वह लड़की से छुटकारा पाना चाह रहा था. उसने लड़की की हत्या की साजिश रची और 25 अक्टूबर को घर से बुलाकर लखनऊ ले गया. वहां फर्जी आईडी से एक होटल में कमरा लेकर कई दिनों तक दोनों साथ रहे. इसके बाद वह प्लान के तहत 4 नवंबर को लड़की को बाराबंकी के इंडस्ट्रियल एरिया में ले आया. रास्ते में उसने ब्लेड खरीदी थी, जिससे उसने किशोरी का गला रेत दिया. किशोरी को तड़पता देखकर उसने ईंटों से उसके सिर पर गहरे वार भी किए. जब लड़की ने दम तोड़ दिया तो वह लखनऊ लौट आया. लखनऊ आने से पहले उसने अपनी शर्ट बदली, जिस पर खून के छींटे पड़े थे. हैरानी की बात यह है कि दूसरे दिन वो अपनी मां के साथ किशोरी के दाह संस्कार में भी पहुंचा था.
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