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कोर्ट से मुख्तार अंसारी ने कहा- राज्य सराकर कराना चाहती है मेरी हत्या, इसलिए तलब न किया जाए - मुख्तार अंसारी ने कोर्ट में न तलब करने की लगाई गुहार

बाराबंकी एमपी-एमएलए कोर्ट में एंबुलेंस मामले में वर्चुअली पेश हुए मुख्तार अंसारी ने कहा कि राज्य सरकार उनकी हत्या कराना चाहती है, इसलिए उसे तलब न किया जाए.

मुख्तार अंसारी.
मुख्तार अंसारी.
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Published : Aug 27, 2021, 8:34 PM IST

बाराबंकीः चर्चित एम्बुलेंस मामले में बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की शुक्रवार को विशेष सत्र न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट के पीठासीन अधिकारी कमल कांत श्रीवास्तव के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई. इस दौरान मुख्तार अंसारी ने राज्य सरकार के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाए.

रणधीर सिंह सुमन,अधिवक्ता-मुख्तार अंसारी.

सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी से पीठासीन अधिकारी ने कहा कि क्यों न आपको तलब कर वकालतनामे पर हस्ताक्षर लिए जाए. इस पर मुख्तार अंसारी ने तलब न किये जाने की प्रार्थना की. इस पर मुख्तार अंसारी ने तलब न किये जाने की गुहार लगाई. पीठासीन अधिकारी के समक्ष मुख्तार अंसारी ने कहा कि उनपर जो भी मुकदमे चल रहे हैं, वे राजनीतिक कारणों से है. राज्य सरकार उनकी हत्या कराना चाह रही है, लिहाजा उन्हें तलब न किया जाए. मुख्तार अंसारी ने कहा कि जिस प्रकार दूसरे जिलों में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई हो रही है, उसी तरह सुनवाई की जाए. मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि अब वकालत नामा बांदा जेल भेजा जाएगा. जिस पर मुख्तार अंसारी हस्ताक्षर करेंगे और जेल प्रशासन हस्ताक्षर प्रमाणित करेगा, इसके बाद वकालतनामा बाराबंकी भेजा जाएगा.

इसे भी पढ़ें-माफिया मुख्तार अंसारी पर प्रशासन का शिकंजा, अवैध सड़क पर चलवाया बुलडोजर

क्या है मामला
बता दें कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2013 में एक एम्बुलेंस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय से पंजीकृत कराई गई थी. इस एम्बुलेंस का प्रयोग मुख्तार अंसारी द्वारा किया जा रहा था. पंजाब के रोपण जेल में बंद मुख्तार पेशी पर इसी एम्बुलेंस से मोहाली कोर्ट पेश हुए थे. जिसके बाद से ही एम्बुलेंस चर्चा में आई थी. बाराबंकी जिले के UP41 AT 7171 नम्बर वाली एम्बुलेंस के बारे में संभागीय परिवहन विभाग ने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि इसका रिन्यूवल ही नहीं कराया गया था. कागजात खंगाले गए तो एंबुलेंस डॉ. अलका राय की फर्जी आईडी से पंजीकृत पाई गई. इस मामले में डॉ. अलका राय, डॉ. शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, मुजाहिद समेत कई के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया. छानबीन में मुख्तार की संलिप्तता पाई गई. बता दें कि इस मामले में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में बंद है. जबकि डॉ. अलका राय, शेषनाथ राय, राजनाथ यादव,आनंद यादव, मो. शुएब मुजाहिद, सलीम, अली मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद, फिरोज कुरैशी, शाहिद और सुरेंद्र बाराबंकी जेल में बंद. अब मामले की अगली सुनवाई 9 सितम्बर होगी.

बाराबंकीः चर्चित एम्बुलेंस मामले में बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी की शुक्रवार को विशेष सत्र न्यायाधीश एमपी-एमएलए कोर्ट के पीठासीन अधिकारी कमल कांत श्रीवास्तव के समक्ष वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई. इस दौरान मुख्तार अंसारी ने राज्य सरकार के खिलाफ गम्भीर आरोप लगाए.

रणधीर सिंह सुमन,अधिवक्ता-मुख्तार अंसारी.

सुनवाई के दौरान मुख्तार अंसारी से पीठासीन अधिकारी ने कहा कि क्यों न आपको तलब कर वकालतनामे पर हस्ताक्षर लिए जाए. इस पर मुख्तार अंसारी ने तलब न किये जाने की प्रार्थना की. इस पर मुख्तार अंसारी ने तलब न किये जाने की गुहार लगाई. पीठासीन अधिकारी के समक्ष मुख्तार अंसारी ने कहा कि उनपर जो भी मुकदमे चल रहे हैं, वे राजनीतिक कारणों से है. राज्य सरकार उनकी हत्या कराना चाह रही है, लिहाजा उन्हें तलब न किया जाए. मुख्तार अंसारी ने कहा कि जिस प्रकार दूसरे जिलों में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई हो रही है, उसी तरह सुनवाई की जाए. मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि अब वकालत नामा बांदा जेल भेजा जाएगा. जिस पर मुख्तार अंसारी हस्ताक्षर करेंगे और जेल प्रशासन हस्ताक्षर प्रमाणित करेगा, इसके बाद वकालतनामा बाराबंकी भेजा जाएगा.

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क्या है मामला
बता दें कि फर्जी दस्तावेजों के सहारे वर्ष 2013 में एक एम्बुलेंस बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय से पंजीकृत कराई गई थी. इस एम्बुलेंस का प्रयोग मुख्तार अंसारी द्वारा किया जा रहा था. पंजाब के रोपण जेल में बंद मुख्तार पेशी पर इसी एम्बुलेंस से मोहाली कोर्ट पेश हुए थे. जिसके बाद से ही एम्बुलेंस चर्चा में आई थी. बाराबंकी जिले के UP41 AT 7171 नम्बर वाली एम्बुलेंस के बारे में संभागीय परिवहन विभाग ने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि इसका रिन्यूवल ही नहीं कराया गया था. कागजात खंगाले गए तो एंबुलेंस डॉ. अलका राय की फर्जी आईडी से पंजीकृत पाई गई. इस मामले में डॉ. अलका राय, डॉ. शेषनाथ राय, राजनाथ यादव, मुजाहिद समेत कई के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया. छानबीन में मुख्तार की संलिप्तता पाई गई. बता दें कि इस मामले में मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में बंद है. जबकि डॉ. अलका राय, शेषनाथ राय, राजनाथ यादव,आनंद यादव, मो. शुएब मुजाहिद, सलीम, अली मोहम्मद जाफरी उर्फ शाहिद, फिरोज कुरैशी, शाहिद और सुरेंद्र बाराबंकी जेल में बंद. अब मामले की अगली सुनवाई 9 सितम्बर होगी.

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