बाराबंकी: जिले में मां-बेटी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जबकि पति और दो बेटों की हालत गम्भीर है. इनका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है. एहतियात के तौर पर मृतका के पति और दोनों बेटों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है. आशंका जताई जा रही है कि फूड प्वाइजनिंग के चलते इनकी हालत बिगड़ी है. फिलहाल मामले की तह तक पहुंचने के लिए पुलिस ने मां के शव का पोस्टमार्टम कराया है.
दोपहर बाद उसका दाह संस्कार कर दिया गया, लेकिन कुछ देर बाद परिवार में महिमा को छोड़कर सबकी तबीयत खराब होने लगी. रात में करीब 9 बजे सभी को जिला अस्पताल लाया गया, जहां शुक्रवार को मालती की भी मौत हो गई. अब सरजू और उसके दोनों बेटों की हालत चिंताजनक बनी हुई है. इनको एहतियात के तौर पर आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है.
मूल रूप से कस्बा मसौली के कटरा का रहने वाला सरजू पिछले पांच वर्षों से करमुल्लापुर में रहता है. सरजू मेहनत मजदूरी करके परिवार का पेट पालता है. करीब पांच वर्ष पहले सरजू को आश्रम उदासीन अखाड़ा संगत के महंत बाबा परमहंस दास ने अपने आश्रम से थोड़ी दूर इसे ठिकाना दिया और तब से सरजू यहीं रह रहा है. बुधवार की रात घर में चने की दाल बनी थी. रात में खाना खाकर बची हुई दाल के बर्तन को मिट्टी की बनी डेहरी में रख दिया था. सुबह फिर इसी दाल को इन लोगों ने खाया, लेकिन महिमा ने नहीं खाया. शायद इसलिए महिमा की तबीयत नहीं बिगड़ी. इस वजह से फूड प्वाइजनिंग का अंदेशा लगाया जा रहा है. फिलहाल मालती की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले का खुलासा हो सकेगा.
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