बाराबंकी: यूपी के बाराबंकी की दो अलग-अलग अदालतों में माफिया मुख्तार अंसारी के दो मामलों में गुरुवार को सुनवाई हुई. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्तार अंसारी की पेशी हुई. इस दौरान मुख्तार अंसारी ने अपनी दाहिनी आंख में काला मोतियाबिंद होने की परेशानी बताई. मुख्तार अंसारी ने अपनी आंख का इलाज कराने के लिए अदालत से गुहार लगाई है. इसके लिए अधिवक्ता द्वारा एक प्रार्थना पत्र कोर्ट को दिया गया है, जिस पर एसीजेएम कोर्ट विशेष न्यायालय एमपी एमएलए ने इलाज कराए जाने का आदेश पारित कर दिया है.
मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने बताया कि गुरुवार को मुख्तार अंसारी के दो मामलों की सुनवाई हुई. अपर सत्र न्यायाधीश विशेष कोर्ट एमपीएमएलए कमलकांत श्रीवास्तव की अदालत में गैंगेस्टर मामले की सुनवाई हुई. इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से गवाह के रूप में एफआईआर लेखक को आना था लेकिन, गवाह के न आ पाने से गवाही नहीं हो सकी. लिहाजा कोर्ट ने गवाही के लिए अगली तारीख 11 जनवरी तय कर दी.
वहीं, एम्बुलेंस प्रकरण का दूसरा मामला एसीजेएम कोर्ट नम्बर-19 (एमपीएमएलए कोर्ट) विपिन यादव की अदालत में चल रहा है. सरकार बनाम डॉ. अलका रॉय के इस मुकदमे में मुख्तार अंसारी समेत 13 आरोपी हैं. गुरुवार को मामले में अभियोजन की ओर से गवाही के लिए एक गवाह को उपस्थित होना था लेकिन, गवाह हाजिर न आने के चलते इस मामले में भी गवाही नहीं हो सकी.
मामले में अगली गवाही के लिए 17 जनवरी की तारीख तय की गई है. सुनवाई के दौरान बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी और इसी मामले के आरोपी जफर उर्फ चंदा की संतकबीरनगर और अफरोज चुन्नू की गाजीपुर जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई. मामले में बाकी के आरोपियों की ओर से हाजिरी माफी दी गई थी.
इस दौरान मुख्तार अंसारी की ओर से अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन ने एसीजेएम एमपीएमएलए कोर्ट विपिन यादव की अदालत में एक प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमें मुख्तार अंसारी की ओर से कहा गया कि इलाज न हो पाने के कारण उसकी दाहिनी आंख में काला मोतियाबिंद हो गया है. उसे दिखाई देना बंद हो रहा है. मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से गुहार लगाई कि उसकी आंख का कुशल नेत्र चिकित्सकों से इलाज कराया जाय. इस पर कोर्ट ने इलाज कराए जाने का आदेश पारित कर दिया.
ये भी पढ़ेंः माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी बिल्डर पर चला योगी का हथौड़ा, एफआई हॉस्पिटल सील