बाराबंकी: अर्थव्यवस्था मजबूत करने के लिए भले ही यूपी सरकार एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही हो, लेकिन उद्योग-धंधे लगाने में अभी भी बिजली आपूर्ति एक बड़ी बाधा है. बाराबंकी के कुर्सी इंडस्ट्रियल एरिया में कुछ ऐसा ही है. शनिवार को उद्योग विभाग में उद्यमियों की समस्याओं पर हुई चर्चा में यह बात निकलकर सामने आई. तमाम उद्यमियों ने कहा कि मिट्टी और बिजली की समस्या से तमाम उद्यमी निवेश करने से पिछड़ रहे हैं.
कोरोना काल में बदहाल हो चुके बाराबंकी के ज्यादातर उद्योग धंधे अब पटरी पर लौट चुके हैं. इस सेक्टर को तेजी से और कैसे बढ़ाया जाए ताकि जिले की अर्थव्यवस्था को और ज्यादा मजबूत बनाया जा सके. इसके लिए जिले का उद्योग विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. उद्यमियों के साथ लगातार बैठकें कर उनकी हर छोटी-छोटी समस्या दूर करने में लगा है.
इसी क्रम में एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देकर जिले की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के मकसद से उद्योग विभाग ने शनिवार को जिले के तमाम उद्यमियों के साथ बैठक की. इस दौरान उद्योग-धंधों के निर्बाध संचालन में आने वाली दुश्वारियों पर चर्चा की. बैठक में उद्यमियों ने अपनी-अपनी समस्याएं रखीं.
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उद्योग विभाग के उपायुक्त ने बताया कि बाराबंकी का कुर्सी इंडस्ट्रियल एरिया एक बड़ा हब बनकर निकला है. लखनऊ के नजदीक होने के चलते ज्यादातर उद्यमी यहां आकर अपने उद्योग लगा रहे हैं. उपायुक्त ने माना कि अभी कुछ समस्याएं आ रही हैं, जिनको विभागवार दूर किया जा रहा है. उनका प्रयास है कि यहां लोग ज्यादा से ज्यादा निवेश करें.
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