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बाराबंकी: परिवहन विभाग को करोड़ों का चूना लगा रहे डग्गामार वाहन, प्रशासन मौन

यूपी के बाराबंकी में धड़ल्ले से डग्गामार वाहन चल रहे हैं, जिस वजह से आए दिन सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं, लेकिन प्रशासन डग्गामार वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.

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Published : Nov 23, 2019, 3:17 PM IST

परिवहन विभाग के लिए डग्गामार वाहन बने जी का जंजाल

बाराबंकी: जिले में आए दिन डग्गामार वाहनों की वजह से सड़क दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं. इसके कारण जान और माल दोनों को क्षति भी पहुंच रही है. इसके बावजूद भी डग्गामार वाहन धड़ल्ले से चल रहे हैं. सड़कों पर चलने वाले यह डग्गामार वाहन यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. वहीं साथ ही साथ अवैध तरीके से चल रहे यह डग्गामार वाहन परिवहन विभाग के रेवेन्यू जनरेशन को प्रभावित कर रहे हैं.

परिवहन विभाग के लिए डग्गामार वाहन बने जी का जंजाल.

जिले में धड़ल्ले से चल रहे डग्गामार वाहन
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अधिकारी और परिवहन विभाग के लोग प्रवर्तन टीमों के माध्यम से डग्गामार वाहनों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं, लेकिन इसका कुछ खास असर होता दिखाई नहीं पड़ रहा है और जिले में बेरोकटोक डग्गामार वाहन सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं. वहीं चालक वाहन क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में होती है.

  • इस मामले में डग्गामार वाहन के चालकों का कहना है कि यह साधन उनकी रोजी-रोटी है. इससे ही वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.
  • यात्रियों का कहना है कि मजबूरी में कोई परिवहन विभाग का संसाधन न होने के कारण डग्गामार वाहनों का प्रयोग हम करने को मजबूर हैं. समय पर घर पहुंचना है तो आखिर हम करें तो क्या करें.

ये बोले एआरएम नीरज श्रीवास्तव
हम लगातार कार्रवाई ज्वॉइंट ऑपरेशन के माध्यम से कर रहे हैं. निश्चिततौर पर डग्गामार वाहनों के चलने से हमें नुकसान पहुंचता है और यात्रियों की सुरक्षा भी इससे प्रभावित होती है. इसलिए यात्रियों को भी यह ध्यान देना चाहिए कि वह उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बसों का ही उपयोग करें. क्योंकि हमारे यहां ट्रेंड और अच्छे ड्राइवर होते हैं. हम आने वाले समय में डग्गामार वाहनों से यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचाने की कोशिश करेंगे और ज्यादा से ज्यादा बसें उपलब्ध कराएंगे, ताकि वह उन्हीं का प्रयोग करें.

पढ़ें: सेल्समैन से हुई लूट के आरोप में सेल्समैन ही गिरफ्तार

एआरटीओ पंकज सिंह बोले
डग्गामार वाहनों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. सितंबर महीने में 50 से अधिक डग्गामार वाहनों का चालान काटा गया. वहीं अक्टूबर में भी 50 डग्गामार वाहनों का चालान किया गया है. नवंबर महीने में यातायात महीना चल रहा है, हमने इसमें भी वृहद स्तर पर कार्रवाई की है. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश परिवहन और परिवहन विभाग की टीम प्रवर्तन टीमों के माध्यम से डग्गामार वाहनों को रोकने की दिशा में बेहतर कार्रवाई करेगी.

बाराबंकी: जिले में आए दिन डग्गामार वाहनों की वजह से सड़क दुर्घटनाएं लगातार हो रही हैं. इसके कारण जान और माल दोनों को क्षति भी पहुंच रही है. इसके बावजूद भी डग्गामार वाहन धड़ल्ले से चल रहे हैं. सड़कों पर चलने वाले यह डग्गामार वाहन यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. वहीं साथ ही साथ अवैध तरीके से चल रहे यह डग्गामार वाहन परिवहन विभाग के रेवेन्यू जनरेशन को प्रभावित कर रहे हैं.

परिवहन विभाग के लिए डग्गामार वाहन बने जी का जंजाल.

जिले में धड़ल्ले से चल रहे डग्गामार वाहन
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अधिकारी और परिवहन विभाग के लोग प्रवर्तन टीमों के माध्यम से डग्गामार वाहनों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं, लेकिन इसका कुछ खास असर होता दिखाई नहीं पड़ रहा है और जिले में बेरोकटोक डग्गामार वाहन सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं. वहीं चालक वाहन क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में होती है.

  • इस मामले में डग्गामार वाहन के चालकों का कहना है कि यह साधन उनकी रोजी-रोटी है. इससे ही वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.
  • यात्रियों का कहना है कि मजबूरी में कोई परिवहन विभाग का संसाधन न होने के कारण डग्गामार वाहनों का प्रयोग हम करने को मजबूर हैं. समय पर घर पहुंचना है तो आखिर हम करें तो क्या करें.

ये बोले एआरएम नीरज श्रीवास्तव
हम लगातार कार्रवाई ज्वॉइंट ऑपरेशन के माध्यम से कर रहे हैं. निश्चिततौर पर डग्गामार वाहनों के चलने से हमें नुकसान पहुंचता है और यात्रियों की सुरक्षा भी इससे प्रभावित होती है. इसलिए यात्रियों को भी यह ध्यान देना चाहिए कि वह उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बसों का ही उपयोग करें. क्योंकि हमारे यहां ट्रेंड और अच्छे ड्राइवर होते हैं. हम आने वाले समय में डग्गामार वाहनों से यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचाने की कोशिश करेंगे और ज्यादा से ज्यादा बसें उपलब्ध कराएंगे, ताकि वह उन्हीं का प्रयोग करें.

पढ़ें: सेल्समैन से हुई लूट के आरोप में सेल्समैन ही गिरफ्तार

एआरटीओ पंकज सिंह बोले
डग्गामार वाहनों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. सितंबर महीने में 50 से अधिक डग्गामार वाहनों का चालान काटा गया. वहीं अक्टूबर में भी 50 डग्गामार वाहनों का चालान किया गया है. नवंबर महीने में यातायात महीना चल रहा है, हमने इसमें भी वृहद स्तर पर कार्रवाई की है. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश परिवहन और परिवहन विभाग की टीम प्रवर्तन टीमों के माध्यम से डग्गामार वाहनों को रोकने की दिशा में बेहतर कार्रवाई करेगी.

Intro: बाराबंकी 22 नवंबर। डग्गामार वाहन परिवहन विभाग को लगा रहे हैं लाखों का चूना. लगातार परिवहन विभाग और उत्तर प्रदेश परिवहन लिमिटेड की टीम के द्वारा की जा रही कार्रवाई का नहीं है कोई असर. यात्रियों की सुरक्षा के साथ हो रहा खिलवाड़ तो वहीं सरकारी खजाने को भी लग रहा है बट्टा. सख्ती के बावजूद भी धड़ल्ले से चल रहे हैं डग्गामार वाहन. जिले में यात्रियों रोज समस्याओं से होना होता है रूबरू. आखिर कार्रवाइयों का क्यों नहीं होता है असर. कैसे फिर से शुरू हो जाते हैं डग्गामार वाहन, और लोग क्यों हो जाते हैं उन्हीं का उपयोग करने के लिए मजबूर.


Body: जिले में आए दिन सड़क दुर्घटनाएं होती रह रही है, जिसके कारण जान और माल दोनों को क्षति भी पहुंच रही है. लेकिन इसके बावजूद भी डग्गामार वाहन धड़ल्ले से चल रहे हैं ,जिसमें सुरक्षा मानकों को बिल्कुल नजरअंदाज किया गया है. सड़कों पर चलने वाले यह डग्गामार वाहन यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर ही रहे हैं ,साथ ही साथ उत्तर प्रदेश परिवहन को भी लाखों का नुकसान पहुंचा रहे हैं. बिल्कुल अवैध तरीके से चल रहे यह डग्गामार वाहन परिवहन विभाग के रेवेन्यू जनरेशन को प्रभावित कर रहे हैं .

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के अधिकारी और परिवहन विभाग के लोग, प्रवर्तन टीमों के माध्यम से डग्गामार वाहनों पर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं. लेकिन इसका कुछ खास असर होता दिखाई नहीं पड़ रहा है. बेरोकटोक डग्गामार वाहन सड़कों पर फर्राटे भर रहे हैं. वाहन क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाते हैं, जिससे उनकी सुरक्षा खतरे में होती है.
जब हमने इस संदर्भ में उत्तर प्रदेश परिवहन के एआरएम नीरज श्रीवास्तव से बात की तो उन्होंने बताया कि, हम लगातार कार्रवाई ज्वाइंट ऑपरेशन के माध्यम से कर रहे हैं. निश्चित तौर पर डग्गामार वाहनों के चलने से हमें नुकसान पहुंचता है ,और यात्रियों की सुरक्षा भी इससे प्रभावित होती है. इसलिए यात्रियों को भी यह ध्यान देना चाहिए कि, वह उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग की बसों का ही उपयोग करें. क्योंकि हमारे यहां ट्रेंड और अच्छे ड्राइवर होते हैं. हम आने वाले समय में डग्गामार वाहनों से यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचाने की कोशिश करेंगे , और ज्यादा से ज्यादा बसें उपलब्ध कराएंगे ,ताकि वह उन्हीं का प्रयोग करें.
वही एआरटीओ पंकज सिंह का कहना है कि, डग्गामार वाहनों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. सितंबर महीने में 50 से अधिक डग्गामार वाहनों पर चालान किया गया .वहीं अक्टूबर में भी 50 डग्गामार वाहनों का चालान किया गया है, और नवंबर महीने में यातायात महीना चल रहा है, हमने इसमें भी वृहद स्तर पर कार्रवाई की है. आने वाले समय में उत्तर प्रदेश परिवहन और परिवहन विभाग की टीम प्रवर्तन टीमों के माध्यम से डग्गामार वाहनों को रोकने की दिशा में बेहतर कार्रवाई करेगी. जिससे लोगों को होने वाली असुविधा एवं परिवहन विभाग को होने वाले नुकसान को रोका जा सकेगा.
इस बाबत डग्गामार वाहन के चालकों का कहना है कि ,यह साधन उनकी रोजी-रोटी है. इससे ही वह अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं. अगर उनके घर में वाहन है और वह नहीं चलाएंगे तो आखिर क्या करेंगे. वहीं कुछ ड्राइवर का कहना है कि, उन्हें यह बात पता है कि उनके द्वारा जो किया जा रहा है वह गलत है, लेकिन चूंकि वाहन का मालिक कोई और है तो वह तो बस चला रहे हैं.
यात्रियों का कहना है कि मजबूरी में कोई परिवहन विभाग का संसाधन ना होने के कारण डग्गामार वाहनों का प्रयोग हम करने को मजबूर हैं. समय पर घर पहुंचना है तो आखिर हम करें तो क्या करें.



Conclusion:bite -

1- सुंदरी वर्मा, (यात्री छात्रा)

2-ननकाऊ, यात्री

3- रामबाबू ,ड्राइवर , डग्गामार वाहन

4- श्याम दुबे , ड्राइवर,डग्गामार वाहन

5- गया प्रसाद, ड्राइवर,डग्गामार वाहन

6- मोहम्मद शकील, ड्राइवर,डग्गामार वाहन

7- नीरज सक्सेना, एआरएम, उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग, बाराबंकी.

8- पंकज सिंह , एआरटीओ, बाराबंकी




रिपोर्ट-  आलोक कुमार शुक्ला , रिपोर्टर बाराबंकी, 96284 76907
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