बाराबंकीः जमीन की लालच में एक पोते ने अपने ही दादा की हत्या कर दी. यही नहीं उसने वारदात को छिपाने के लिए शव को एक बक्से में भरकर तालाब में फेंक दिया और गुमशुदगी दर्ज करा दी. घटना जैदपुर थाना क्षेत्र के गजरिया गांव है. जहां करीब 6 महीने पहले सहदेव ने अपने दादा राधेश्याम की गुमशुदगी जैदपुर थाने में दर्ज कराई थी. पुलिस ने 6 महीने बाद हत्या का खुलासा कर दिया है.
आरोपी ने फूफा पर लगाया था अपहरण का आरोप
जैदपुर थाने में 6 महीने पहले एक बुजुर्ग की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी. बुजुर्ग के पोते सहदेव ने अपहरण का आरोप अपने फूफा पर लगाया था. जैदपुर पुलिस लगातार इस मामले में छानबीन कर रही थी. पुलिस ने सहदेव के फूफा से पूछताछ की, तो सहदेव पर संदेह हुआ. जिसके बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की और सहदेव पर नजर रखनी शुरू कर दी.
पूछताछ में आरोपी का कबूलनामा
तीन दिन पहले पुलिस ने सहदेव को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की, तो कुछ ग्रामीणों ने थाने आकर उसका पक्ष लेते हुए उसे निर्दोष बताया. लेकिन पुलिस की शक की सुई सहदेव की ओर ही जा रही थी, जिसके बाद आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की गई, तो आरोपी पोते ने अपना जुर्म कबूल लिया. आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने जमीन की लालच में अपने दादा की हत्या की है.
आरोपी के निशानदेही पर नरकंकाल बरामद
6 महीने पहले हुए बुजुर्ग की हत्या का राज खुला, तो सब हैरान रह गये. पुलिस ने आरोपी पोते की निशानदेही पर रविवार को बक्से में बंद नरकंकाल बरामद कर लिया गया. इस खुलासे के बाद गांव में हड़कंप मच गया. फिलहाल पुलिस ने नरकंकाल को जांच के लिए विज्ञान प्रयोगशाला भेजकर मामले की छानबीन शुरू कर दी है.