बाराबंकी: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सोमवार को सड़क मार्ग से होते हुए बाराबंकी आएंगी. यहां वे नमामि गंगे योजना के तहत कल्याणी नदी के किनारे अर्जुन का पौधा रोपकर लोगों को हरियाली संवर्धन का संदेश देंगी. राज्यपाल का कार्यक्रम आते ही जिला प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है.
जिले में गोमती नदी की सहायक नदी बहती है. करीब 171 किमी. लंबी ये नदी जिले के विभिन्न स्थानों से होती हुई अयोध्या सीमा पर स्थित गोमती में जाकर मिल जाती है. पिछले काफी समय से कल्याणी नदी साफ सफाई न होने से अपना अस्तित्व खोती जा रही थी. गैर प्रान्तों में काम कर रहे प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के दौरान लौटे तो इन्हें तहसील फतेहपुर के पास मवैया गांव के किनारे से बह रही कल्याणी नदी की साफ सफाई का काम दिया गया. इनकी मेहनत रंग लाई और इन्होंने नदी का कायाकल्प कर दिया.
ये खबर पीएम मोदी तक पहुंची तो उन्होंने "मन की बात" के अपने कार्यक्रम में इसका जिक्र करते हुए इस काम की सराहना की. इसी कल्याणी नदी के कायाकल्प को देखने के लिए सोमवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल यहां पहुंच रही हैं. फतेहपुर तहसील के मवैया होली का पुरवा के किनारे से गुजर रही कल्याणी नदी के तट पर राज्यपाल नमामि गंगे योजना के तहत पौधरोपण अभियान की शुरुआत करेंगी. राज्यपाल यहां अर्जुन का पौधा रोपेंगी. उसके बाद नदी के किनारे के खेतों की मेड़ों पर किसान पेड़ लगाएंगे. इस मौके पर वन मंत्री दारासिंह चौहान भी मौजूद रहेंगे. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सड़क मार्ग से होते हुए 11 बजे यहां पहुंचेंगी और करीब साढ़े बारह बजे यहां से वापस लखनऊ के लिए रवाना हो जाएंगी.