बाराबंकी: भ्रूण प्रत्यारोपण कर अच्छी नस्लों की बछिया और बछड़े पैदा करने वाली सूबे की पहली लैब में जल्द ही टेस्ट ट्यूब काऊ बेबी का जन्म होगा. इसके लिए चक गंजरिया फार्म में स्थित लैब को और हाईटेक बनाया जा रहा है.
जल्द टेस्ट ट्यूब काऊ बेबी का होगा जन्म
- बाराबंकी स्थित चक गंजरिया फार्म है.
- इस फार्म की स्थापना वर्ष 1949-50 में लखनऊ में की गई थी.
- वर्ष 2015 में इसे बाराबंकी के जहांगीराबाद में स्थानांतरित कर दिया गया था.
- 25 एकड़ भूमि पर बने इस राजकीय पशुधन प्रक्षेत्र की सूबे में खासी पहचान है.
- यह प्रदेश की पहली अकेली एंब्रियो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी लैब है.
- इस फार्म में खास ढंग से गायों का भ्रूण प्रत्यारोपण होता है.
- इसके जरिए अच्छी नस्ल की बछिया और बछड़ों को पैदा किया जा रहा है.
- इसके लिए इस लैब को और भी मॉडिफाई किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें- तेजस के पैसेंजर्स चाह रहे फेयर 'लेस' फैसिलिटी 'मोर'
गाय के हार्मोन के जरिए सुपर आबूलेशन
- अच्छी नस्ल की गाय को हार्मोन के जरिए सुपर आबूलेशन करते हैं.
- इस प्रक्रिया से गाय से सामान्यतया एक अंडे की बजाय 10 से 20 अंडे निकलते हैं.
- उन अंडों का कृत्रिम गर्भाधान किया जाता है, जिससे अंडे फर्टिलाइज होकर भ्रूण में बदल जाते हैं.
- फार्म में नई तकनीक के जरिए बछिया पैदा की जा रही हैं.
- तकरीबन 90 फीसदी बछिया पैदा हो रही हैं, जबकि 10 फीसदी उच्च कोटि के बछड़े पैदा हो रहे हैं.
- इन बछड़ों को वीर्य उत्पादन केंद्रों पर भेजा जाता है, जहां पशुपालक इसका लाभ उठाते हैं.