बाराबंकीः ई-रिक्शा चालकों को अपनी समस्याओं को लेकर प्रदर्शन करना महंगा पड़ गया. मंगलवार को पुलिस ने राजकीय राजमार्ग रोककर हंगामा करने और बिना अनुमति के सम्मेलन करने के आरोप में 8 ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ नामजद और 100 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. पल्हरी टैक्सी स्टैंड पर ठेकेदारों द्वारा की जा रही मनमानी वसूली से परेशान ई-रिक्शा चालकों ने सोमवार को अचानक नगर के जीआईसी ग्राउंड में पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया था, जबकि जिले में धारा 144 लागू है. इसके चलते अव्यवस्था हो गई थी.
उपनिरीक्षक ब्रजेश कुमार सिंह ने अपनी तहरीर में लिखा है कि ई-रिक्शा यूनियन के समीर, फिरोज, अल्ताफ व रिक्शा चालक मोहम्मद रईस , कमामउद्दीन, मोहसिन वारसी, निर्मल वर्मा, मनोज कुमार के साथ करीब 100 लोग जीआईसी ग्राउंड के सामने आने जाने वाले ई रिक्शा पर बैठी सवारियों को जबरन उतार कर रिक्शा जीआईसी ग्राउंड में खड़ा करा रहे थे. इससे जिला अस्पताल और महिला अस्पताल से आने जाने वाली एंबुलेंस और राजमार्ग पर चलने वाली सवारियों का आवागमन बाधित हो रहा था. ये सभी लोग सड़क पर खड़े होकर नारेबाजी कर रहे थे.
उपनिरीक्षक ने तहरीर में बताया कि सूचना मिलने पर नगर कोतवाल के साथ जीआईसी ग्राउंड में पहुंची. यहां पुलिस टीम ने ई-रिक्शा यूनियन के नेताओं से वार्ता करने का अनुरोध किया. लेकिन, रिक्शा चालक और यूनियन के सदस्य सड़क जाम से हटने के लिए तैयार नहीं हुए. इस दौरान हल्का बल प्रयोग कर सड़क जाम को खुलवाया गया.
वहीं, दरअसल ई-रिक्शा चालकों का आरोप है कि उन्हें तय रुट पर ही रिक्शा चलाने को कहा जा रहा है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन में मनमानी की जा रही है. किसी को अच्छा रुट दिया जा रहा है तो किसी को ऐसा रुट दिया जा रहा है, जिस पर कम सवारियां निकलती हैं. पल्हरी स्टैंड पर ठेकेदार जबरन रिक्शा खड़ा करा लेते हैं. उनसे 25 रुपये रोजाना और 500 रुपये हर महीने की वसूली की जाती है. इसके अलावा ई-रिक्शा चालकों का ये भी आरोप है कि नगर के आसपास के रिक्शा चालकों को नगर में रिक्शा चलाने से रोका जा रहा है.
मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर पहुंचे एसडीएम और सीओ सिटी ने इनकी समस्याएं सुनी थी और मंगलवार को इनके प्रतिनिधिमंडल को बुलाकर समस्या हल कराने को कहा था. मंगलवार को इनसे कहा गया है कि नगर के आसपास के 10 किमी रेंज वाले ई-रिक्शा चालक अपनी सूची दे दें, जिससे इनको नगर में सवारी ढोने की अनुमति दी जा सके.
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