बाराबंकी: शादी के लिए करीब 300 लड़कियों की खरीद-फरोख्त कर चुके शख्स ने अपनी ही बहू को ही बेच डाला. मामला बाराबंकी जिले का है. यहां के एक ससुर ने अपनी बहू को 80 हजार रुपये में बेच दिया. गुजरात से आये लोग जब बहू को ले जा रहे थे, तो किसी तरह लड़के को खबर हो गई. उसने पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस टीम ने बाराबंकी रेलवे स्टेशन से गुजरात से आई तीन महिलाओं समेत 8 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही इनके कब्जे से बहू को सकुशल बरामद कर लिया. पुलिस अब लड़कियों की इस खरीद फरोख्त में शामिल ससुर और उसके साथी को तलाश रही है.
शनिवार रात रामनगर थाना क्षेत्र के मल्लापुर गांव के रहने वाले प्रिंस वर्मा ने महिला थाने पर सूचना दी कि उसकी पत्नी को उसके पिता चन्द्रराम वर्मा और गांव के ही एक रामू गौतम ने गुजरात के कुछ लोगों के हाथों 80 हजार रुपये में बेच दिया है. उसने पुलिस को बताया कि 'गुजरात से आये लोग मेरी पत्नी को ले जा रहे हैं और रेलवे स्टेशन बाराबंकी पर खड़े हैं.' इसका पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने तत्काल संज्ञान लेते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए नगर कोतवाली और महिला थाना की संयुक्त टीम का गठन किया. टीम ने तुरंत रेलवे स्टेशन बाराबंकी पहुंचकर तीन महिलाओं समेत 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. साथ ही इनके कब्जे से प्रिंस वर्मा की पत्नी को सकुशल बरामद कर लिया.
पत्नी के साथ गाजियाबाद में रहता था प्रिंस
जानकारी के मुताबिक, प्रिंस वर्मा गाजियाबाद में टैक्सी चलाता है. साल 2006 में योयो ऐप के जरिये प्रिंस वर्मा को असम की एक लड़की का नम्बर मिला. वह उससे बात करने लगा. धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हुई. दोस्ती प्यार में बदल गई और फिर दोनों ने साल 2019 में बाराबंकी के एक मंदिर में शादी कर ली. शादी के कुछ दिनों बाद वो पत्नी को लेकर गाजियाबाद चला गया.
प्रिंस के पिता ने बहू को बेचने की बनाई योजना
प्रिंस के गांव मल्लापुर का ही रहने वाला रामू गौतम लॉकडाउन में अहमदाबाद से घर आया था. रामू गौतम ने प्रिंस के पिता चंद्रराम से अहमदाबाद के अपने एक साथी साहिल पंचा के बारे में बताया. उसने बताया कि साहिल पंचा की शादी नहीं हो रही है, और वो शादी करना चाहता है. इसके बदले वो खासी रकम खर्च करेगा. चन्द्रराम ने जब ये सुना तो उसके शातिर दिमाग ने एक योजना बना डाली. उसने रामू गौतम से कहा कि वो अपनी बहू को बेच डालेगा.
बीमारी का बहाना बनाकर गाजियाबाद से बहू को बुलाया
योजना के मुताबिक, चन्द्रराम ने गाजियाबाद में रह रहे बेटे प्रिंस से फोन से बातकर बहाना किया कि उसकी तबीयत खराब चल रही है. बहू को घर भेज दो. लिहाजा प्रिंस वर्मा ने 4 जून को अपनी पत्नी को घर भेज दिया. दूसरी ओर योजना के मुताबिक, रामू गौतम ने साहिल पंचा से सौदा किया और शादी करने के लिए बाराबंकी बुलाया.
शादी करने गुजरात से बाराबंकी पहुंचा दूल्हा
साहिल पंचा अपने मां-बाप समेत आठ लोगों के साथ 4 जून को लखनऊ पहुंचा. यहां से रामू गौतम इन लोगों को लेकर रामनगर थाने के बदोसराय रोड मीरापुर साई क्लिनिक के पास एक कमरे में ठहराता है. चन्द्रराम ने यहीं 80 हजार रुपये में बहू का सौदा किया. चन्द्रराम ने 40 हजार रुपये नकद ले लिए और 20 हजार रुपये प्रिंस के खाते में डलवा दिया. प्रिंस ने जब इस बाबत पिता से पूछा तो उसने कहा बाद में बता देंगे.
बहू को गुजरात से आये लोगों के किया हवाले
प्रिंस की पत्नी रामू गौतम के घर रुकी थी. चन्द्रराम और रामू गौतम ने प्रिंस की पत्नी से गुजरात से आये लोगों के साथ चली जाने को कहा. चन्द्रराम ने कहा कि ये लोग गाजियाबाद जा रहे हैं, तुम इनके साथ चली जाओ. ये लोग तुम्हे गाजियाबाद में प्रिंस के पास छोड़ देंगे.
पत्नी के बेचे जाने की खबर पर पहुंचा प्रिंस
पत्नी को पिता द्वारा बेचे जाने की जानकारी पर प्रिंस 5 जून को घर आया, लेकिन जब पत्नी नहीं मिली तो वो परेशान हो गया. यही नहीं, उसके पिता भी नहीं मिले. रामनगर टैक्सी स्टैंड पर उसे कुछ लोगों ने बाहर से आये लोगों की जानकारी दी, तो उसका माथा ठनक गया. आनन फानन में वह बाराबंकी पहुंचा, तो उसे पूरा मामला समझ में आया. उसने तत्काल पुलिस को सूचना दी.
पहले भी लड़कियों की खरीद फरोख्त कर चुका है ससुर
प्रिंस का पिता चन्द्रराम पहले भी लड़कियों को खरीद-बेच चुका है. बेटे प्रिंस वर्मा के मुताबिक, उसका पिता अबतक 300 लड़कियों को खरीद बेच चुका है. इसके लिए वह कमीशन लेता है. वह बिहार, गोरखपुर, देवरिया और डुमरियागंज से लड़कियां खरीद कर लाता है और उनको बेचता है. एक केस पर उसे 8-10 हजार रुपये बच जाते हैं. जब कोई शादी करना चाहता है तो ये उससे 40-50 हजार में सौदा तय करता है. फिर उसको लड़की वालों के यहां ले जाता है. लड़की के परिजनों से पहले से ही सौदा तय रहता है. उनको पैसे देकर लड़के और लड़की की शादी करा देता है. आरोपी चन्द्रराम बहुत ही शातिर है. उसके ऊपर एक हत्या का भी आरोप बताया जा रहा है.