बाराबंकी : उद्यान विभाग ने जिले के आलू किसानों को प्रमाणित बीज उपलब्ध कराने के लिए दो सौ कुंतल आलू बीज मंगवाया है. पांच दिन से यह आलू कचहरी स्थित पार्क में रखा है, लेकिन बिक्री न के बराबर है. ऐसे में इसके सड़ने का खतरा पैदा हो गया है. अभी तीन सौ कुंतल आलू बीज और आना बाकी है. ऐसे में अधिकारी आलू बीज की बिक्री न होने से चिंतित हैं.
आलू सड़ने का है डर
- प्रशासन ने अगेती बुवाई करने वाले आलू किसानों की सुविधा के लिए पांच सौ कुंतल आलू बीज मंगवाया है.
- जिसमें दो सौ कुंतल आ चुका है, बीज आये कई दिन बीत गए हैं लेकिन बिक्री न के बराबर है.
- अधिकारियों का कहना है कि आलू में 97 फीसदी पानी होता है, अगर ये नहीं बिका तो सड़ना शुरू हो जाएगा.
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किसान गणेश प्रसाद ने बताया
प्रशासन ने जो बीज मंगवाए हैं, वे बीज सफेद आलू की प्रजाति के कुफरी बहार ,कुफरी आनंद ,कुफरी सिंदूरी और कुफरी गरिमा किस्म के हैं. लेकिन जिले में लाल आलू राजेंद्रा वन बोने वाले किसानों की तादाद ज्यादा है. ऐसे में उद्यान विभाग द्वारा मंगवाए गए आलू को खरीदने में किसान कम दिलचस्पी दिखा रहे हैं.