बाराबंकी: जनपद में रहस्यमयी तरीके से तीन मंजिला मकान गिर गया था. मामले में जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने तकनीकी जांच कराने के लिए एडीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की है. यह छह सदस्यीय कमेटी घटना की तकनीकी जांच करके अपनी रिपोर्ट 15 दिन के अंदर देगी. इस घटना में 4 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, जबकि 8 घायल हो गए थे. इस कमेटी में सीओ फतेहपुर, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी, अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड, मुख्य अग्निशमन अधिकारी और फतेहपुर नगर पंचायत के ईओ शामिल हैं.
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गौरतलब है कि कस्बा फतेहपुर के वार्ड काजीपुर-2 में सोमवार तड़के एक तीन मंजिला मकान तेज धमाके के साथ भरभराकर गिर गई थी.आस-पड़ोस के लोगों का कहना था कि धमाका इतना तेज था कि वे लोग दहल गए थे. इस इमारत के जमींदोज होने से बगल में बनी एक मस्जिद की बाउंड्री भी क्षतिग्रस्त हो गई थी. वहीं, बगल में बना एक मकान भी इसकी जद में आकर ढह गया था.

इमारत के मलबे में उसमें रहने वाले लोग दब गए थे. आनन-फानन में पहुंचे लोगों ने मलबे में दबे लोगों को निकालने की कोशिश की. सूचना पर फतेहपुर कोतवाली और फायर विभाग के कर्मचारी पहुंचे और बचाव कार्य में लग गए. हादसे की भयावहता देख एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीमों को बुलाया गया और रेस्क्यू शुरू किया गया.
आखिरकार काफी मशक्कत के बाद मलबे में दबे 8 घायलों को जिंदा बाहर निकाल लिया गया. जिन्हें तत्काल इलाज के लिए भेज दिया गया. जबकि दो शव निकाले गए. हालांकि, दो लोगों के मलबे में और दबे होने पर टीमें लगातार रेस्क्यू करती रहीं. आखिरकार शाम को 14 साल के दानिश को बाहर निकाला गया. लेकिन, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद भी रेस्क्यू लगातार चलता रहा और रात 12 बजे के करीब एक और शव निकाला गया. जिसकी शिनाख्त आफताब उर्फ गुड्डू के रूप में हुई.
दरअसल, यह तीन मंजिला मकान मो. हाशिम का था. हाशिम तकरीबन 15 साल से इस मकान में अपने परिवार के साथ रहते थे. नीचे उनकी इलेक्ट्रिक और इलेक्ट्रॉनिक की बड़ी दुकान थी. जिसमें वह बैटरी बेचते थे. हाशिम का परिवार बड़ा है. सोमवार को जब अचानक धमाके के साथ यह मकान गिरा तो परिवार के सभी लोग मलबे में दब गए. वहीं,बीमारी के चलते हाशिम लखनऊ के एक हॉस्पिटल में भर्ती हैं, उनके साथ वहीं एक लड़का भी रहता है. लिहाजा वे लोग इस हादसे का शिकार होने से बच गए. इस हादसे में हाशिम के दो पुत्र आफताब, दानिश और एक बेटी की मौत हो गई. जबकि इसकी चपेट में आने से बगल स्थित इस्लामुद्दीन का मकान भी ढह गया. जिसमें इस्लामुद्दीन के बेटे हकीमुद्दीन की मौत हो गई.
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