बाराबंकी: जिले में खुली नालियों में बिखरा कचरा लोगों की समस्या का कारण बन गया है. अधिकारी और नगर पालिका के लोग इससे मुंह फेरे हुए हैं. खुली नालियों में बच्चों के गिरने और दुर्घटना होने का खतरा लगातार बना हुआ है. वहीं बारिश के सीजन में कचरा जमा होने से बदबू और बीमारियों का भी खतरा मंडरा रहा है. नालियों की सफाई तो छह महीने बाद होती है. कचरे की सफाई पांच-छह दिन और कभी-कभी तो 10 दिन बाद होती है.
नगर पालिका की अनदेखी का शिकार शहर-
- नगर पालिका नवाबगंज में स्वच्छता और सफाई व्यवस्था की स्थिति बदतर है.
- खुली नालियों के कारण बदबू और बीमारियां लगातार फैल रही हैं.
- लोग दुर्गंध भरे माहौल में जीने को मजबूर हैं.
- बारिश होने के बाद नालियों में भरे कचरे के कारण चारों तरफ पानी भर गया है.
- कचरा न उठाए जाने से दुर्गंध और बीमारी दोनों की स्थिति बनी हुई है.
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अधिकारियों और जिम्मेदार लोगों से बात करने पर हर बार यह आश्वासन दिया जाता है कि वह इसे ठीक करा देंगे, लेकिन परिस्थितियां जस की तस बनी रहती हैं.
साफ-सफाई लगातार की जा रही है. जहां भी कूड़े को लेकर दिक्कतें आ रही हैं, वहां कर्मचारियों को हिदायत दी जा रही है. कभी-कभी लेट लतीफी हो जाती है, जिसे जल्द ही दुरुस्त कर लिया जायेगा.
-वीरेंद्र कुमार, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका नवाबगंज