ETV Bharat / state

बाराबंकी मस्जिद प्रकरण: आला हजरत दरगाह से गए प्रतिनिधिमंडल ने एडीजी लखनऊ से की मुलाकात

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में मस्जिद तोड़े जाने का विवाद खत्म नहीं हो रहा. मामले में दरगाह आला हजरत से एक प्रतिनिधिमंडल ने जांच की.

बाराबंकी
बाराबंकी
author img

By

Published : May 26, 2021, 4:35 AM IST

बाराबंकीः जिले के रामसनेही घाट स्थित तहसील परिसर के पास बनी मस्जिद को पिछले दिनों प्रशासन द्वारा जमींदोज किए जाने के मामले में बरेली की प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत से एक प्रतिनिधिमंडल ने बाराबंकी पहुंचकर एक रिपोर्ट तैयार की. उसके बाद इसी सिलसिले में लखनऊ में एडीजी से मुलाकात कर घटना पर असंतोष भी व्यक्त किया.

सौंपा ज्ञापन
प्रतिनिधिमंडल ने एडीजी लखनऊ से आवश्यक कदम उठाने की मांग करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा. साथ ही हाईकोर्ट बेंच लखनऊ पहुंचकर कानूनी राय भी ली गई.

ये बोले मुफ्ती
दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने बताया कि उनकी ओर से बाराबंकी के लिए सोमवार को एक प्रतिनिधिमण्डल मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के नेतृत्व में गया था. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने बताया कि मौके पर पहुंचकर मस्जिद गरीब नवाज की पूरी रिपोर्ट प्रतिनिधिमंडल के द्वारा तैयार की गई है.

ये बोले मीडिया प्रभारी
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने आज लखनऊ हाइकोर्ट बेंच पहुंचकर वरिष्ठ वकील आलोक कुमार मिश्रा से कानूनी सलाह मशवरा भी किया. प्रतिनिधिमंडल की अगुआई कर रहे मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने ईटीवी भारत से कहा कि एडीजी को पूरे मामले से अवगत कराया जा चुका है. एडीजी ने मौलाना शाहबुद्दीन रज़वी, मौलाना आज़म हशमती, अब्दुल हक़ को आश्वासन दिया गया है कि किसी के भी खिलाफ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन से बात करने व एक दो दिन में बाराबंकी दौरा करने का यकीन भी प्रतिनिधिमंडल को एडीजी की तरफ से दिलाया गया है.

जताया पलायन का अंदेशा
आलाहज़रत दरगाह की तरफ से गए प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय प्रशासन पर आरोप भी लगाया है कि बाराबंकी के स्थानीय प्रशासन के द्वारा वहां के लोगों के खिलाफ मुकदमा लिख कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. अतः वहां लोग दशहत के कारण पलायन करने को मजबूर हैं.

सीएम योगी से मिलने की कोशिश
सहाबुद्दीन रज़वी ने कहा कि वो मुख्यमंत्री से मिलने की भी कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाराबंकी की मस्जिद को हटाने व उसके बाद कानूनी कार्रवाई से लोगों में नाराजगी है. वो चाहते हैं कि हर हाल में शांति व्यवस्था कायम रहे. यही हाल रहा तो लोग पलायन को मजबूर होंगे और फिर ऐसा न हो कि लोगों में गुस्सा पनप जाए. फिलहाल अभी प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में ही है.

इसे भी पढ़ेंः मुख्यमंत्री की अपील के बाद वरुण गांधी ने की घोषणा, गोद लेंगे अस्पताल


वापस आने पर प्रतिनिधिमंडल सौंपेगा दरगाह को रिपोर्ट
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने ये भी बताया कि वे वापस बरेली पहुंचकर दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन को रिपोर्ट सौंपकर स्थिति से अवगत कराएगा.

बाराबंकीः जिले के रामसनेही घाट स्थित तहसील परिसर के पास बनी मस्जिद को पिछले दिनों प्रशासन द्वारा जमींदोज किए जाने के मामले में बरेली की प्रसिद्ध दरगाह आला हजरत से एक प्रतिनिधिमंडल ने बाराबंकी पहुंचकर एक रिपोर्ट तैयार की. उसके बाद इसी सिलसिले में लखनऊ में एडीजी से मुलाकात कर घटना पर असंतोष भी व्यक्त किया.

सौंपा ज्ञापन
प्रतिनिधिमंडल ने एडीजी लखनऊ से आवश्यक कदम उठाने की मांग करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा. साथ ही हाईकोर्ट बेंच लखनऊ पहुंचकर कानूनी राय भी ली गई.

ये बोले मुफ्ती
दरगाह आला हज़रत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने बताया कि उनकी ओर से बाराबंकी के लिए सोमवार को एक प्रतिनिधिमण्डल मौलाना शहाबुद्दीन रजवी के नेतृत्व में गया था. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने बताया कि मौके पर पहुंचकर मस्जिद गरीब नवाज की पूरी रिपोर्ट प्रतिनिधिमंडल के द्वारा तैयार की गई है.

ये बोले मीडिया प्रभारी
दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल ने आज लखनऊ हाइकोर्ट बेंच पहुंचकर वरिष्ठ वकील आलोक कुमार मिश्रा से कानूनी सलाह मशवरा भी किया. प्रतिनिधिमंडल की अगुआई कर रहे मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने ईटीवी भारत से कहा कि एडीजी को पूरे मामले से अवगत कराया जा चुका है. एडीजी ने मौलाना शाहबुद्दीन रज़वी, मौलाना आज़म हशमती, अब्दुल हक़ को आश्वासन दिया गया है कि किसी के भी खिलाफ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा.
इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन से बात करने व एक दो दिन में बाराबंकी दौरा करने का यकीन भी प्रतिनिधिमंडल को एडीजी की तरफ से दिलाया गया है.

जताया पलायन का अंदेशा
आलाहज़रत दरगाह की तरफ से गए प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय प्रशासन पर आरोप भी लगाया है कि बाराबंकी के स्थानीय प्रशासन के द्वारा वहां के लोगों के खिलाफ मुकदमा लिख कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. अतः वहां लोग दशहत के कारण पलायन करने को मजबूर हैं.

सीएम योगी से मिलने की कोशिश
सहाबुद्दीन रज़वी ने कहा कि वो मुख्यमंत्री से मिलने की भी कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाराबंकी की मस्जिद को हटाने व उसके बाद कानूनी कार्रवाई से लोगों में नाराजगी है. वो चाहते हैं कि हर हाल में शांति व्यवस्था कायम रहे. यही हाल रहा तो लोग पलायन को मजबूर होंगे और फिर ऐसा न हो कि लोगों में गुस्सा पनप जाए. फिलहाल अभी प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में ही है.

इसे भी पढ़ेंः मुख्यमंत्री की अपील के बाद वरुण गांधी ने की घोषणा, गोद लेंगे अस्पताल


वापस आने पर प्रतिनिधिमंडल सौंपेगा दरगाह को रिपोर्ट
ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी ने ये भी बताया कि वे वापस बरेली पहुंचकर दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन को रिपोर्ट सौंपकर स्थिति से अवगत कराएगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.