बाराबंकी: जिले में बीते गुरुवार को मॉब लिंचिंग का शिकार हुए दलित युवक सुजीत कुमार की सिविल अस्पताल में मौत हो गई. सुजीत पिछले चार दिनों से सिविल अस्पताल में भर्ती था और उनका तीस प्रतिशत शरीर का हिस्सा जल चुका था. वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
जानिए क्या है पूरा मामला
- मॉब लिंचिंग का शिकार हुआ सुजीत कुमार नाम का युवक.
- सुजीत कुमार को चोर समझकर पहले उसके कपड़े उतार दिए और उसे बांधकर पीटा, फिर आग के हवाले कर दिया था.
- पुलिस ने पीड़ित सुजीत कुमार को गंभीर हालात में लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया.
- मृतक सुजीत कुमार के शरीर का हिस्सा तीस प्रतिशत तक जल चुका था.
- पुलिस ने तीन नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि चौथे को पकड़ने के लिए तलाश जारी है.
- सोमवार को सुजीत कुमार ने सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया.
पुलिस ने अनुसार सुजीत कुमार गुरुवार रात को अपने ससुराल जा रहे थे, इसी दौरान रघुपुरवा गांव में कुत्तों के झुंड ने उसे दौड़ा दिया. कुत्तों से बचने के लिए सुजीत कुमार ने एक घर के बाहर छप्पर में शरण ले ली. स्थानीय निवासी श्रवण कुमार, उमेश, राम लखन और दो और लोगों ने जब उसे घर के पास छिपे देखा तो उसे पकड़ लिया और पीटना शुरू कर दिया था.
आग की वजह से सुजीत जांघों से लेकर पैर तक जल गए थे. कल रात हालात बिगड़ने पर उन्हें ट्रामा सेन्टर रेफर कर दिया था. ट्रामा में बेड न मिलने के कारण उन्हें फिर सिविल अस्पताल भेज दिया, जहां आज सुबह सुजीत ने आखिरी सांस ली, बॉडी पोस्टमार्टम के लिए भेज दी गई है.
डॉ. डी एस नेगी, निदेशक, सिविल हॉस्पिटल