बाराबंकी: गोल्ड के बदले लोन देने का काम करने वाली एक गोल्ड लोन कम्पनी के असिस्टेंट मैनेजर और एक जूनियर स्टाफ ने ग्राहकों का गोल्ड हड़पने के लिए ऐसी साजिश रची, जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे. इन दोनों कर्मचारियों ने एक व्यक्ति के हाथों 7 पैकेट गोल्ड को गायब करवा दिया. लेकिन, जब बाराबंकी पुलिस ने इसकी तफ्तीश शुरू की तो इस मामले का खुलासा हो गया.
बता दें कि थाना और कस्बा हैदरगढ़ में सुल्तानपुर रोड पर आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड गोल्ड लोन कम्पनी की शाखा है. 16 नवंबर की शाम कार्यालय में शाखा प्रमुख शुभम मौर्या की देखरेख में जूनियर स्टाफ विकास सिंह और असिस्टेंट मैनेजर आकाश मिश्रा द्वारा गोल्ड के पैकेटों का मिलान किया जा रहा था. अचानक एक व्यक्ति मुंह ढककर कार्यालय में आया और ग्रिल के अंदर हाथ डालकर 7 गोल्ड के पैकेट उठा ले गया. इन लोगों ने पुलिस को कोई सूचना तक नहीं दी.
अगले दिन 17 नवंबर को कम्पनी के एरिया मैनेजर निहार विश्वास निवासी चांदपुर उत्तर चौबीस परगना पश्चिम बंगाल कार्यालय पहुंचे तो उन्हें इस वारदात की जानकारी हुई. सीसीटीवी के जरिए उसे पता चला कि पैकेट मिलान के दौरान विकास सिंह फोन से बात करने जानबूझकर पीछे चले गए. यही नहीं इस दौरान विकास मिश्रा ने जानबूझकर गोल्ड पैकेट की ट्रे को ऊपर रख दिया, जिसको शाखा प्रमुख ने भी मना नहीं किया. जैसे ही ट्रे ऊपर रखी गई, मुंह ढककर एक व्यक्ति आया और 7 पैकेट लेकर भाग खड़ा हुआ. इन पैकेटों में 188 ग्राम गोल्ड था, जिसकी कीमत 9 लाख 78 हजार 585 रुपये है. संदेह के आधार पर एरिया मैनेजर निहार विश्वास ने असिस्टेंट मैनेजर आकाश मिश्रा, जूनियर स्टाफ विकास सिंह, शाखा प्रमुख शुभम मौर्या और एक अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करा दिया.
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह ने चोर को पकड़ने के लिए पुलिस टीम का गठन किया. सर्विलांस, स्वाट टीम और हैदरगढ़ पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले और घटना का बारीकी से मुआयना किया तो वारदात का खुलासा हो गया. पुलिस ने शनिवार को इस गोरखधंधे में शामिल रहे कम्पनी के असिस्टेंट मैनेजर आकाश मिश्रा निवासी शेषपुर थाना असंदरा, विकास सिंह निवासी ग्राम ताला थाना सुबेहा और प्रभाकर तिवारी ग्राम शिवराज पुर थाना हैदरगढ़ को जब ये लोग उन आभूषणों को बेचने जा रहे थे पुलिस टीम ने सुबेहा तिराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया. इनके कब्जे से 7 पैकेट में पीली धातु के आभूषण बरामद किए गए.
पूछताछ में निकलकर आया कि अक्टूबर 2022 में कम्पनी की शाखा हैदरगढ़ में खुली और तभी से आरोपी आकाश मिश्रा इसमें बतौर असिस्टेंट मैनेजर के पद पर तैनात था. तकरीबन 3 महीने पहले कम्पनी ने विकास सिंह को जूनियर स्टाफ के तौर पर रखा. आरोपी आकाश गोल्ड को हड़पने की फिराक में था और फिर उसने और विकास ने अपनी योजना में अपने साथी प्रभाकर तिवारी को शामिल किया. प्रभाकर तिवारी की कस्बे में कपड़े की दुकान है. योजना के मुताबिक, जब आकाश और विकास पैकेटों का मिलान कर रहे थे, उसी समय प्रभाकर आया और 7 पैकेट लेकर भाग निकला. लेकिन, इन लोगों ने उसे पकड़ने या पीछा करने का कोई प्रयास नहीं किया.
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