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पुलिस लाइन में एक सिपाही की गोली लगने से मौत - constable died in barabanki

बाराबंकी में एक सिपाही को गोली लग गई. पुलिस लाइन के अन्य सिपाही जब तक उसको अस्पताल ले जाते तब तक उसकी मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

कांस्टेबल को लगी गोली
कांस्टेबल को लगी गोली
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Published : Mar 28, 2021, 3:46 PM IST

Updated : Apr 1, 2021, 7:04 PM IST

बाराबंकी: जिले में एक सिपाही की पुलिस लाइन बैरक में गोली लगने से मौत हो गई. गोली की तेज आवाज से पुलिस लाइन परिसर में हड़कंप मच गया. आसपास के सिपाही जब तक घायल को अस्पताल ले जाते, उसकी मौत हो गई. सूचना पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक समेत तमाम अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया. इस दौरान फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठे किए हैं. गोली सिपाही के सिर के पास लगी थी. पास ही उसकी सरकारी इंसास राइफल भी पड़ी हुई थी. सिपाही शनिवार रात में ही झारखंड ड्यूटी से लौटा था. फिलहाल पुलिस ने सिपाही के मोबाइल कॉल्स और चैट के आधार पर घटना की छानबीन शुरू कर दी है.

यह भी पढ़ें: अपराधियों पर रेलवे पुलिस कसेगी नकेल, ये है नई स्ट्रेटजी

चली गोली तो मचा हड़कंप
पुलिस लाइंस की सीईआर बैरक में रविवार को सुबह 10ः30 बजे के करीब गोली चलने की आवाज आई तो हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आसपास के सिपाहियों ने अंदर जाकर देखा तो एक सिपाही खून से लथपथ पड़ा था. उसके सिर के पास गोली लगी थी. उसकी सरकारी राइफल उसके बगल में पड़ी हुई थी. आसपास के सिपाही जब तक उसको अस्पताल पहुंचाते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. तुरंत आरआई और पुलिस अधीक्षक समेत तमाम अधिकारियों को खबर दी गई. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया. फॉरेंसिक टीम बुलाई गई जिसने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठा किए.

हरदोई का रहने वाला था सिपाही
मरने वाले सिपाही का नाम सोनू कुमार रावत पुत्र राजू रावत है. सिपाही सोनू कुमार हरदोई जिले के हीरुपुर अतरौली का रहने वाला था. पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने बताया कि 2016 बैच का सिपाही सोनू कुमार 10 मार्च को अयोध्या परिक्षेत्र के गोंडा जिले से तबादला होकर बाराबंकी आए थे. बीती 25 मार्च को वो अपने चार सिपाहियों के साथ एक एनडीपीएस के आरोपी को झारखंड के हजारीबाग लेकर गए थे. बीती रात ही वो अपने साथियों के साथ झारखंड से लौटे थे. उनके पास उनकी सरकारी राइफल थी, जिसे रविवार को सुबह जमा करना था.

घटना की हो रही पड़ताल
बैरक में उसके साथ कई सिपाही रहते थे, लेकिन घटना के समय बैरक में कोई नहीं था. आसपास के सिपाहियों ने बताया कि सोनू कुमार सुबह उठा था. उसके बाद वो मेस से खाना भी लेने गया था. फिर उसके बाद क्या हुआ किसी को कोई जानकारी नहीं है. सिपाही के मोबाइल को कब्जे में लेकर पड़ताल की तो लास्ट काल सोनू ने अपने भाई अभय को की थी. फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है. पुलिस कप्तान ने बताया कि सिपाही के घर सूचना दे दी गई है.

बाराबंकी: जिले में एक सिपाही की पुलिस लाइन बैरक में गोली लगने से मौत हो गई. गोली की तेज आवाज से पुलिस लाइन परिसर में हड़कंप मच गया. आसपास के सिपाही जब तक घायल को अस्पताल ले जाते, उसकी मौत हो गई. सूचना पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक समेत तमाम अधिकारियों ने मौके का मुआयना किया. इस दौरान फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठे किए हैं. गोली सिपाही के सिर के पास लगी थी. पास ही उसकी सरकारी इंसास राइफल भी पड़ी हुई थी. सिपाही शनिवार रात में ही झारखंड ड्यूटी से लौटा था. फिलहाल पुलिस ने सिपाही के मोबाइल कॉल्स और चैट के आधार पर घटना की छानबीन शुरू कर दी है.

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चली गोली तो मचा हड़कंप
पुलिस लाइंस की सीईआर बैरक में रविवार को सुबह 10ः30 बजे के करीब गोली चलने की आवाज आई तो हड़कंप मच गया. आनन-फानन में आसपास के सिपाहियों ने अंदर जाकर देखा तो एक सिपाही खून से लथपथ पड़ा था. उसके सिर के पास गोली लगी थी. उसकी सरकारी राइफल उसके बगल में पड़ी हुई थी. आसपास के सिपाही जब तक उसको अस्पताल पहुंचाते तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. तुरंत आरआई और पुलिस अधीक्षक समेत तमाम अधिकारियों को खबर दी गई. मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने घटना स्थल का मुआयना किया. फॉरेंसिक टीम बुलाई गई जिसने घटना स्थल से साक्ष्य इकट्ठा किए.

हरदोई का रहने वाला था सिपाही
मरने वाले सिपाही का नाम सोनू कुमार रावत पुत्र राजू रावत है. सिपाही सोनू कुमार हरदोई जिले के हीरुपुर अतरौली का रहने वाला था. पुलिस कप्तान यमुना प्रसाद ने बताया कि 2016 बैच का सिपाही सोनू कुमार 10 मार्च को अयोध्या परिक्षेत्र के गोंडा जिले से तबादला होकर बाराबंकी आए थे. बीती 25 मार्च को वो अपने चार सिपाहियों के साथ एक एनडीपीएस के आरोपी को झारखंड के हजारीबाग लेकर गए थे. बीती रात ही वो अपने साथियों के साथ झारखंड से लौटे थे. उनके पास उनकी सरकारी राइफल थी, जिसे रविवार को सुबह जमा करना था.

घटना की हो रही पड़ताल
बैरक में उसके साथ कई सिपाही रहते थे, लेकिन घटना के समय बैरक में कोई नहीं था. आसपास के सिपाहियों ने बताया कि सोनू कुमार सुबह उठा था. उसके बाद वो मेस से खाना भी लेने गया था. फिर उसके बाद क्या हुआ किसी को कोई जानकारी नहीं है. सिपाही के मोबाइल को कब्जे में लेकर पड़ताल की तो लास्ट काल सोनू ने अपने भाई अभय को की थी. फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में जुट गई है. पुलिस कप्तान ने बताया कि सिपाही के घर सूचना दे दी गई है.

Last Updated : Apr 1, 2021, 7:04 PM IST
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