बाराबंकी: जिले में दलित किशोरी की गैंगरेप के बाद की गई निर्मम हत्या मामले को सीएम योगी ने भी गम्भीरता से लिया है. यही नहीं उन्होंने प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान को पीड़िता के गांव जाने के लिए भी कहा था. प्रभारी मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश पर ही पीड़ित परिवार को रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान योजना के तहत 11 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि देने की योजना बनी थी. साथ ही पीड़ित परिवार भूमिहीन है इसलिए जिलाधिकारी को प्रस्ताव बनाकर भेजने को कहा गया है, जिससे कि पीड़ित परिवार को जमीन आवंटित की जा सकी.
बताते चलें कि सतरिख थाना क्षेत्र में दलित किशोरी की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गई थी. इस घटना को मुख्यमंत्री योगी ने गम्भीरता से लिया और मामले के दोषियों को हर हाल में पकड़ने के निर्देश दिए थे. सीएम योगी इस घटना के हर पहलुओं पर नजर रखे हुए थे. इस बात का खुलासा शनिवार को प्रभारी मंत्री दारा सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत में किया. शायद इसी का असर रहा कि प्रशासन ने पूरी तरह इस घटना के खुलासे और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए दिन रात एक कर दिया था. जिसका नतीजा रहा कि इस घटना में शामिल दो अभियुक्तों को पुलिस ने जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है.
क्या था घटनाक्रम
- 14 अक्टूबर देर शाम धान काटने गई दलित किशोरी का खेत मे मिला शव.
- शव के हाथ-पैर बंधे थे,गला कसा हुआ था.
- शव देखकर पिता ने दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया था.
- 14 अक्टूबर की रात को पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज किया और किशोरी को युवती बताया.
- 15 अक्टूबर दोपहर बाद तीन डॉक्टरों के विशेष पैनल ने किया पोस्टमार्टम.
- इस दौरान राजनीतिक दलों और कई संगठनों की पीड़ित परिवार के घर आवाजाही शुरू हुई.
- 15 अक्टूबर देर शाम पोस्टमार्टम के आधार पर प्रशासन ने दुष्कर्म की धारा बढ़ाई.
- 15 अक्टूबर रात में हुआ दाह संस्कार.
- 16 अक्टूबर को दिन भर राजनीतिक दलों की आवाजाही रही.
- 16 अक्टूबर को 5 बजे पुलिस ने एक अभियुक्त दिनेश गौतम को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने किया पेश.
- 16 अक्टूबर को पुलिस ने पीड़िता को बताया नाबालिग.
- 16 अक्टूबर को नाबालिग होने के चलते एफआईआर में बढ़ाई गई पॉक्सो एक्ट की धारा.
- 17 अक्टूबर को दोपहर बाद पुलिस ने एक और अभियुक्त ऋषिकेश सिंह को गिरफ्तार कर किया पेश.
- 17 अक्टूबर एससी/एसटी एक्ट की धारा बढ़ाई गई.