बाराबंकी: जिले में सोमवार को हुई एक युवक की हत्या का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया. पुलिस की छानबीन की सुई दूसरी ओर थी, लेकिन मृतक युवक के भाई की पीठ पर लगे खून ने इस हत्याकांड का राजफाश कर दिया. खुलासा हुआ तो सभी हैरान रह गए. सगे भाई ने ही सम्पत्ति की लालच में अपने भाई को मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त बांका बरामद हो गया है.
बताते चलें कि मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के टपरा नहरवाल गांव का रहने वाला 40 वर्षीय ननकू नाचने-गाने का काम करता है. करीब 4 साल पहले उसकी मुलाकात छतवारा निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग जगदीश से हुई. दोनों में दोस्ती हो गई और उनका धंधा चल निकला. जगदीश ढोलक बजाता था तो ननकू नाचता था. ननकू बुजुर्ग जगदीश की सगे पिता की तरह सेवा करता था. जगदीश की बेटी और दामाद उसकी उपेक्षा करते थे.
लिहाजा करीब 4-5 महीने पहले जगदीश अपने साथी ननकू के घर चला आया और वहीं रहने लगा. बीते दिनों जगदीश ने अपनी ढाई बीघे जमीन साढ़े 6 लाख रुपये की बेची थी. उन रुपयों में से उसने कुछ रुपये ननकू को बाइक खरीदने के लिए दिए और कुछ रुपये उसको घर बनवाने के लिए दिए. जमीन बेचने और रुपये ननकू को देने से जगदीश की बेटी और दामाद नाराज थे. कुछ दिन पहले ये लोग जगदीश से मिले थे और उन्होंने रुपयों की मांग की थी, लेकिन जगदीश ने उन्हें टाल दिया था. इस बात से बेटी-दामाद नाराज थे और उन्होंने ननकू को धमकी भी दी थी.
सोते समय हुई थी हत्या
सोमवार की रात बुजुर्ग जगदीश के साथ ननकू अपनी झोपड़ी में छप्पर के नीचे सोया हुआ था. जगदीश को रतौंधी रोग है. लिहाजा रात में उसे कुछ नहीं दिखाई देता. दोनों सोए हुए थे. सुबह में करीब 4 बजे जगदीश ने ननकू को जगाने का प्रयास किया, लेकिन ननकू नहीं उठा. फिर उसने पुलिस को सूचना दी.
ऐसे खुला राज
पुलिस का शक पहले जगदीश के दामाद अर्जुन पर था और उसी तरफ पुलिस पड़ताल भी कर रही थी. इसी बीच पुलिस ने ननकू के भाई रामदीन से पूछताछ शुरू की, तो वो काफी नर्वस दिखा. पुलिस के सामने उसने अपने को बहुत दुखी होना दिखा रहा था. इसी के चलते उसने अपना सिर भी फोड़ लिया था, ताकि उसे सहानुभूति मिले, लेकिन पुलिस को कुछ शक हुआ. उसके शर्ट पर पीछे खून लगा देख पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ शुरू की तो उसने हत्या करने की बात कुबूल कर ली.
ये थी हत्या की वजह
ननकू को खुशहाल देख रामदीन को जलन होने लगी थी. उसने ननकू से 50 हजार रुपये मांगे थे, लेकिन उसने नहीं दिए थे. इसके अलावा जगदीश ने ननकू की शादी कराने की भी योजना बनाई थी. इन्हीं बातों ने रामदीन को गुस्से से भर दिया. उसे लगा कि ननकू की शादी हो जाएगी तो प्रॉपर्टी बंट जाएगी. इसलिए उसने उसकी हत्या की योजना बनाई. उसे लगा कि हत्या वो करेगा और आरोप जगदीश के दामाद पर लगेगा और वो बच जाएगा. यही सोचकर रात में उसने बांका लिया और ननकू की हत्या कर दी.