बाराबंकी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ताल ठोंक रहे उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित होते ही अब प्रत्याशी चुनाव सामग्री खरीदने में जुट गए हैं. प्रत्याशियों और उनके समर्थकों की भीड़ चुनाव सामग्री की दुकानों पर जुटने लगी है. ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक अपना चुनाव निशान पहुंचाने के लिए उम्मीदवार तरह-तरह के पोस्टर, मतपत्रों के नमूने और चुनावी बिल्ले खरीद रहे हैं. आदर्श चुनाव आचार संहिता के चलते अपने गांवों या अपने चुनावी क्षेत्र में फ्लैक्स और होर्डिंग्स नहीं लगा सकते हैं. लिहाजा चुनाव निशान के प्रचार का अब यही जरिया है. प्रत्याशियों का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों की जनता निशान को ठीक ढंग से पहचान नहीं पाती. लिहाजा इसके जरिये वह अपने मतदाताओं को ठीक ढंग से निशान की पहचान कराएंगे ताकि वह उसी पर मुहर लगा सकें.
चुनाव सामग्री खरीदने में जुटे प्रत्याशी
26 अप्रैल यानी तीसरे चरण में बाराबंकी में होने जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह मिलते ही प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. दरअसल चुनाव आचार संहिता के चलते अब कोई भी प्रत्याशी बड़े बोर्ड, होर्डिंग या फ्लैक्स लगाकर प्रचार नहीं कर सकता है. चुनाव निशान मिलते ही प्रत्याशियों ने चुनाव सामग्री की दुकानों का रुख किया है. प्रत्याशी मतपत्र के नमूनों से लगाकर चुनाव निशान वाले छोटे झंडे और बिल्ले खरीदने में लग गए हैं. कोई प्लास्टिक के बिल्ले खरीद रहा है तो कोई लोहे के.
ग्रामीणों को याद कराएंगे निशान
छोटे साइज के बिल्ले चुनाव निशान के प्रचार के लिए काफी सहायक माने जा रहे हैं. लिहाजा प्रत्याशी इन्हें खरीदने पर जोर दे रहे हैं. प्रत्याशियों का कहना है कि मतदाता उनके निशान को भूलने न पाएं लिहाजा ये बिल्ले बांटकर मतदान के दिन तक उनकी याददाश्त ताजा करते रहेंगे. तमाम प्रत्याशियों का मानना है कि ग्रामीण अंचलों में वृद्ध और कम पढ़े लिखे लोग निशान की पहचान नहीं कर पाते हैं लिहाजा इसके जरिये वह उनको अपने निशान की पहचान कराएंगे ताकि लोग सही जगह ही मुहर लगाएं.