बाराबंकी: जिले में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां के लखनऊ-अयोध्या हाइवे पर अहमदपुर के पास बने टोल प्लाजा पर काम करने वाले 31 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है. इससे पहले सोमवार को 12 कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. दो कर्मचारी दो दिन पहले भी पाए गए थे. इस तरह टोल प्लाजा पर काम करने वाले 45 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं.
इतनी बड़ी तादाद में कर्मचारियों के संक्रमित होने से हड़कम्प की स्थिति है. सभी कर्मचारियों को प्रोटोकॉल के अनुसार लेवल वन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. साथ ही 48 घण्टे के लिए टोल वसूली को बंद कर दिया गया है. अभी केवल फास्ट टैग वाले वाहनों से ही टोल वसूला जा सकेगा. दो दिन तक टोल की वसूली बंद होने से 50 लाख रुपयों के नुकसान का अनुमान है.
तीन दिन पहले इसी टोल प्लाजा पर दो कर्मचारी संक्रमित पाए गए थे. उसके बाद सोमवार को आई रिपोर्ट में 12 और संक्रमित पाए गए. लेकिन मंगलवार को आई 31 कर्मचारियों की पॉजिटिव रिपोर्ट ने हड़कम्प मचा दिया.
टोल मैनेजर एएस चौहान ने बताया कि लखनऊ, अयोध्या, आगरा, इटावा और बिहार के करीब 100 कर्मचारी यहां काम करते हैं. यहां बने आवासों में कुछ कर्मचारी रहते हैं तो कुछ घरों से आते जाते हैं. हालात बिगड़ने से कार्यालय समेत आवासों को सैनिटाइज कराया जा रहा है, साथ ही 48 घण्टे के लिए टोल की वसूली रोक दी गई है. केवल फास्ट टैग लगी गाड़ियों से ही टोल की वसूली हो सकेगी.
इस हाइवे से रोजाना तकरीबन 20 से 22 हजार वाहन गुजरते हैं. हर चौबीस घण्टे में औसतन 30 लाख रुपये टोल टैक्स आता है. इस तरह 48 घण्टे तक के लिए वसूली रोक दिए जाने से करीब 50 लाख का नुकसान होने का अनुमान है.
दरअसल, यहां की पीएसी वाहिनी के 50 से ज्यादा जवान एक साथ संक्रमित पाए गए थे. जिनका इलाज अभी चल ही रहा है कि मंगलवार आई इस खबर ने हड़कम्प मचा दिया.