बांदा: बुंदेलखंड क्षेत्र में अन्ना जानवरों से किसानों को तमाम समस्याएं हो रही हैं. हालांकि सरकार द्वारा अन्ना प्रथा उन्मूलन के लिए यहां पर गौ संरक्षण केंद्र व गौशालाएं खुलवाई गयी हैं. इसके बाद भी यहां के किसानों को अन्ना जानवरों से राहत नहीं मिल रही है. अन्ना जानवरों की समस्या से निजात पाने के लिए ग्रामीणों ने अस्थाई गौशालाएं बनाना शुरू कर दिया है.
इसी क्रम में जिले के गिरवा थाना क्षेत्र के अंतर्गत जरर गांव के लोगों ने अस्थाई गौशाला व भूसा बैंक बनाया है. गांव के लोगों ने बिना किसी सरकारी मदद के गौशाला बनाई है. ग्रामीणों द्वारा बनाई गई इस गौशाला में अन्ना जानवरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की गई है.
सरकारी मदद न मिलने पर खुद बनाई गौशाला
बांदा जनपद के जरर गांव के लोगों ने आवारा जानवरों के लिए स्वयं अस्थाई गौशाला बनाई है. ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई सालों से यहां के किसान आवारा जानवरों से परेशान हैं. गौशाला बनवाने के लिए कई बार अधिकारियों से मांग की गई है. इसके बावजूद भी कोई गौशाला नहीं बनवाई गई.
अन्ना जानवरों से परेशान होकर सभी ग्रामवासियों ने मिलकर अस्थाई गौशाला बनाई है. गौशाला के साथ-साथ एक भूसा बैंक भी बनाई गई है. यहां पर गायों के रहने की व्यवस्था के साथ उनके खाने-पीने के इंतजाम भी किए गए हैं. गौशाला व भूसा बैंक की सभी व्यवस्थाएं गांव के लोग ही कर रहे हैं.