बांदा: बुंदेलखंड विकास बोर्ड द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार में शनिवार को यूपी के कैबिनेट व जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने बुंदेलखंड के कई जिलों से आए कृषि अधिकारियों से भी मुलाकात की व कृषि विभाग के लगे स्टॉलों का भी अवलोकन किया.
महेंद्र सिंह ने कहा कि जब से उत्तर प्रदेश राज्य बना है, तब से आज तक किसी सरकार ने बुंदेलखंड के बारे में नहीं सोचा, लेकिन हमारी सरकार ने बुंदेलखंड के विकास के लिए बुंदेलखंड विकास बोर्ड का गठन किया है और अब यहां के विकास को ध्यान में रखते हुए दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया है. इसमें बुंदेलखंड की समस्याओं और उनके समाधान व रणनीति बनाने को लेकर चर्चा हुई है.
यह आयोजन कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बुंदेलखंड विकास बोर्ड की अध्यक्षता किया गया था. इसमें देश विदेश के वैज्ञानिक शामिल हुए. साथ ही इन 2 दिनों में कई मंत्री और कई प्रदेश स्तर के उच्चाधिकारी शामिल हुए. जिन्होंने बुंदेलखंड की समस्याओं को जाना और उन समस्याओं का किस तरह निस्तारण किया जाए, इस पर चर्चा की. इसी क्रम में शनिवार को समापन समारोह के दिन उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह भी इस सेमिनार में शामिल हुए.
'केन-बेतवा लिंक बुंदेलखंड के लिए वरदान सिद्ध होगा'
सेमिनार में 1600 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया है और लगभग 42 विभागों के लोगों ने इसमें अपनी प्रेजेंटेशन दिखाई है. मंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड के सभी क्षेत्रों का विकास और यहां की समस्याओं का निस्तारण हो इसको लेकर कल से लेकर आज तक कई प्रकार के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय लोग आए हैं, जिन्होंने अपना प्रजेंटेशन दिया है. उसकी हम लोग समरी बनाकर मुख्यमंत्री जी के सामने प्रस्तुत करेंगे और एक-एक बिंदु पर गहनता से मंथन करेंगे. बुंदेलखंड भारत का केंद्र बने और सभी क्षेत्रों से बुंदेलखंड विकसित बने इसको लेकर मुख्यमंत्री चिंतित है. वहीं केन बेतवा लिंक को लेकर मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि केन-बेतवा लिंक बुंदेलखंड के लिए वरदान सिद्ध होगा, जिससे लोगों को पानी की समस्या से छुटकारा मिलेगा और इसको लेकर भारत के प्रधानमंत्री ने उसकी सहमति दे दी है.
'बुंदेलखंड को पहली बार मिलेगा एक्सप्रेस-वे'
महेंद्र सिंह ने कहा कि पहली बार बुंदेलखंड को बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे मिलने जा रहा है. यहां डिफेंस कॉरिडोर बनाने जा रहा है. इसके अलावा कई और चीजें हैं, जो बुंदेलखंड को मिल रही हैं. लगभग दो लाख हेक्टेयर जमीन को सिंचित करने की योजना को हम लोग पूरा कर रहे हैं, जो किसी सरकार ने आज तक नहीं किया.
'पाठा पेयजल परियोजना में पिछली सरकारों ने घोटाला किया'
उन्होंने कहा कि एशिया की सबसे बड़ी पेयजल परियोजना पाठा पेयजल परियोजना में पिछली सरकार ने बहुत घोटाले किए, लेकिन हम लोगों ने उसमें भी काम किया है. हम अब लोगों के घरों तक पानी पहुंचाने के लिए काम कर रहे हैं और जल्द ही लोगों को उनके घरों में पानी मिलेगा. वही पृथक बुंदेलखंड राज्य के सवाल पर महेंद्र सिंह ने कहा कि हम एक भारत श्रेष्ठ भारत की चर्चा करते हैं.