बांदा: शहर में आज रोजगार सेवकों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा, इनकी मांग है कि पिछले कई वर्षों से यह रोजगार सेवकों के पद पर काम कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया था कि अगर उनकी सरकार बनती है तो उन्हें नियमित राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाएगा.लेकिन आज तक इनकी कोई सुध नहीं ली गई. जिसके विरोध में आज पूरे प्रदेश में रोजगार सेवकों ने तिरंगा यात्रा निकाली है.
तिरंगा यात्रा निकाल जताया विरोध....
- बांदा के जिलाधिकारी कार्यालय में हजारों की तादाद में हाथों में तिरंगा लिए हुए प्रदर्शन करते हुए रोजगार सेवक पहुंचे.
- मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा.
- अपनी मांगों को लेकर सरकार के विरोध में तिरंगा यात्रा निकाल इन लोगों ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया.
इसे भी पढे़:-स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर पुलिस ने चलाया चेकिंग अभियान, एक युवक गिरफ्तार
नियमित राज्य कर्मचारी का दर्जा मिले..
- पिछले कई वर्षों से वह रोजगार सेवक के पद पर काम कर रहे हैं.
- 2017 में विधानसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री ने यह आश्वासन दिया था.
- अगर प्रदेश में उनकी सरकार बनती है तो वह रोजगार सेवकों को नियमित राज्य कर्मचारी का दर्जा देंगे.
- सरकार बनने के बाद आज तक इनकी कोई सुध नहीं ली गई.
- काम के बोझ तले भी इन्हें दबा दिया गया है और उनके साथ उत्पीड़न किया जा रहा है.
- ग्राम पंचायत में 3000 मानव दिवस सृजित नहीं होते हैं तो ग्राम रोजगार सेवकों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी जो गलत है.
- इनकी मांगे पूरी नहीं की जाती तो आज इनकी शांतिपूर्ण तिरंगा यात्रा थी.
- अब इसके बाद लखनऊ में 24 सितंबर से पूरे प्रदेश के रोजगार सेवक धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.