बांदा: जिले के एक गांव में इन दिनों जश्न का माहौल है. इस खुशी की वजह यह है कि गांव के 14 युवक पाकिस्तान के जेल से रिहा होकर लौट आए हैं. तकरीबन दो साल की पाकिस्तानी कैद में रहे इस गांव के युवकों के वापस आते ही पूरे गांव में खुशी का माहौल है.
बांदा के तिंदवारी थाना क्षेत्र के जस्सीपुर गांव के लोग मछली पकड़ने का काम करते हैं. यहां के ज्यादातर लोग गुजरात में रहते हैं. पिछले कुछ सालों में इस गांव के कई लोग मछली पकड़ने के दौरान समुद्री सीमा का पता न होने के चलते पाकिस्तान की सरहद में पहुंच गए. इसी दौरान पाकिस्तानी कोस्ट गार्ड ने उन्हें पकड़ लिया.
रोजी-रोटी की तलाश में इस गांव से गए 14 लोग पाकिस्तान में कैद थे, जो रिहा हुए हैं. इसके बाद से इस गांव में खुशी का माहौल है. हालांकि, इस गांव के अब भी कुछ लोग पाकिस्तान की जेल में कैद हैं. वहीं इन लोगों के छूटने के बाद अब लोगों में उम्मीद जगी है कि एक न एक दिन वह लोग भी वापस आएंगे.
पाकिस्तान की जेल से छूटे लोगों ने बताया कि नवंबर 2017 में उन्हें मछली पकड़ने के दौरान पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया था. तबसे यह पाकिस्तान की कराची जेल में बंद थे. उन्होंने बताया कि जेल में उनके साथ अच्छा व्यवहार होता था.