बांदा: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल शुक्रवार को कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 8वें दीक्षांत समारोह में पहुंचीं. विश्वविद्यालय प्रशासन, बांदा के पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने राज्यपाल का स्वागत किया. वहीं, दीक्षांत समारोह में पहुंचीं राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया.
दीक्षांत समारोह के बाद राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विश्वविद्यालय में बनी एक गौशाला में जाकर गो पूजन किया. उन्होंने गाय को गुड़ व चारा भी खिलाया. दीक्षांत समारोह में संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की भौगोलिक स्थिति सही नहीं है. इसके चलते यहां पर किसानों को उम्मीद के बराबर उपज नहीं मिल पाती. अब कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा निरंतर क्षेत्र में कार्य किया जा रहा है और किसानों को इससे फायदा भी हो रहा है.
दीक्षांत समारोह में संबोधन के दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बुंदेलखंड की भौगोलिक स्थिति अलग है. यहां पर लघु और सीमांत किसानों की संख्या बहुत है. ऐसे में यहां पर किसानों को उनकी उम्मीद के बराबर उपज नहीं मिल पाती है. ऐसे में बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा निरंतर इस तरफ कार्य किया जा रहा है. किसानों की उपज कैसे बढ़े, इस पर नए-नए शोध किए जा रहे हैं. अब यहां के किसानों को फायदा भी मिलने लगा है और आगे आने वाले समय में किसानों को यहां और भी ज्यादा फायदा होगा.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यह भी कहा कि यहां से उत्तरी रोड होकर निकले छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करती हूं. उनसे उम्मीद भी है कि वह इस क्षेत्र में खूब कार्य करें और निरंतर प्रगति के पथ पर आगे बढ़ें. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड कार्यक्षेत्र दलहन और तिलहन का गढ़ है. ऐसे में वे यहां के छात्रों से उम्मीद रखती हैं कि वह यहां की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए कृषि पर कार्य करें. इस क्षेत्र की दशा को सुधारने के साथ-साथ अपने भी भविष्य को संवारने का काम करें.
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