बांदा: जिले में अवैध बूचड़खानों से निकला कचरा रिहायशी इलाके में फेंका जा रहा है. इस वजह से परेशानी का सबब बना हुआ है, जिसके चलते स्थानीय लोग परेशान हैं. एक तरफ इस कचरे से इलाके में गंदगी फैल रही है. वहीं बरसात के इस मौसम में संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी खतरा बढ़ गया है, लेकिन जिम्मेदार कोई कार्रवाई करने के बजाय हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं.
दरअसल, गुरुवार को बूचड़खाने से निकले कचरे को फेंक रहे लोगों के स्थानीय लोगों ने घेर लिया. लोगों ने स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दी. जिस पर पुलिस ने कचड़ा फेंक रहे लोगों को दोबारा कचड़ा न फेंकने की हिदायत देकर छोड़ दिया. वहीं इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करने की बात कही है.
बता दें कि पूरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के शंकर नगर लोहिया पुल रेलवे लाइन के पास का है, जहां पर सड़क किनारे शहर में अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों का कचड़ा फेंका जा रहा है, जिससे लोग परेशान हैं. इसी क्रम में गुरुवार को कुछ लोग बूचड़खाने का कचड़ा फेंक रहे थे, जिन्हें स्थानीय लोगों ने घेर लिया और पुलिस को सूचना दी. जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कचड़ा फेंक रहे लोगों को चेतावनी देकर छोड़ा.
स्थानीय लोगों ने बताया कि शहर के कसाई मोहल्ले से लोग शहर के शंकर नगर इलाके में कचरा फेंक जाते हैं. इसको लेकर कई बार प्रशासन से शिकायत भी की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया कि बरसात का मौसम है. ऐसे में यहां पर कुत्तों का जमावड़ा रहता है. छोटे-छोटे बच्चों को इनसे बहुत खतरा रहता है. कुत्ते लोगों पर हमला भी कर देते हैं. साथ ही पूरे इलाके में बदबू और गंदगी से लोग परेशान हैं. लोगों ने बताया कि पुलिस भी कोई कार्रवाई करने की जगह पर सिर्फ खानापूर्ति करके चली जाती है. नगरपालिका को भी कई बार अवगत कराया गया है, मगर कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
वहीं अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र प्रताप चौहान ने बताया कि बूचड़खाना से निकले कचरे की शिकायत प्राप्त हुई है. जिस पर हमने मौके पर पुलिस भेजकर जांच कराई है और कुछ लोगों को हिदायत देकर छोड़ा गया है. आगे अगर ऐसी कोई बात सामने आएगी तो फिर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी.