बांदा: राजकीय मेडिकल कॉलेज में तैनात आउटसोर्सिंग स्टाफ का शुक्रवार को तीसरे दिन भी वेतन और ड्यूटी को लेकर कार्य बहिष्कार जारी है. स्टाफ का कहना है कि उनके वेतन में कटौती की जा रही है. साथ ही कई महीनों से वेतन भी नहीं दिया जा रहा. उनके साथ मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा भेदभाव किया जा रहा है. वहीं मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इनकी मांगों को जायज न ठहराते हुए कहा कि यह लोग सिर्फ मनमानी कर रहे हैं जो गलत है.
मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. मुकेश यादव ने बताया कि आउटसोर्सिंग स्टाफ की मांगें जायज नहीं हैं. एक तरफ ये लोग ड्यूटी नहीं कर रहे हैं. वही इनकी मांग है कि इन्हें किट दी जाए, लेकिन कोरोना वायरस को लेकर बनाए गए वार्ड में जिन लोगों को तैनात किया गया है उन्हें ही किट देने का अधिकार है. अन्य किसी को किट नहीं दी जा सकती.
प्रधानाचार्य ने कहा कि इसके अलावा अन्य सभी सुविधाएं मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध हैं. मगर कुछ इनमें कमियां है, जिसकी वजह से इन्हें डर है और उसी को लेकर ये लोग प्रदर्शन और कार्य बहिष्कार जैसे काम कर रहे हैं. हमारी तरफ से इनकी आउटसोर्सिंग कंपनी को जनवरी तक की सैलरी दे दी गई है. अगर इन्हें समस्या है तो अपनी कंपनी से बात करें या फिर मुझसे शिकायत करें, लेकिन ये लोग ऐसा कुछ नहीं कर रहे हैं.
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