बांदाः जिले के एक गांव में पशुओं में होने वाली गलाघोंटू बीमारी (strangulated disease) से बच्चे संक्रमित हो रहे हैं. इस बीमारी से अब तक तीन बच्चों की मौत हो गई तो वहीं दो बच्चों को गंभीर हालत में हायर सेंटर रेफर किया गया है. इसके पहले सन् 2017 में इस बीमारी ने दस्तक दी थी. उस वक्त इस बीमारी से कई पशुओं की मौत हो गई थी. स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में टीकाकरण कर रही है.
बांदा से 5 किलोमीटर कंदूरी पर मटौंध क्षेत्र के त्रिवेणी गांव में बीते 15 दिनों में गलाघोंटू बीमारी से तीन बच्चे अंश, उमंग और अंशुल की मौत हो गई. दो बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है. उन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया है. मृतक बच्चों के परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि इन बच्चों में जुखाम, बुखार के साथ गले में सूजन की शिकायत थी. ग्रामीणों के मुताबिक इस बीमारी से पूरा गांव दहशत में है.
इस बारे में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय कुमार ने बताया कि इस गांव में गलाघोंटू बीमारी के चलते 3 बच्चों की मौत हुई है. हमने एक बच्चे के सैंपल को टेस्ट के लिए भेजा था जो डिप्थीरिया (गला घोंटू) पॉजिटिव पाया गया था. सबसे पहले हमें 8 अगस्त को एक बच्चे के संक्रमण के बारे में जानकारी मिली थी. गांव में बच्चों का टीकाकरण भी कराया गया है. यहां पर मेडिकल टीम तैनात कर दी गई है.
ये भी पढ़ेंः ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में मुस्लिम पक्ष की बहस पूरी