बांदा: ग्रामीणों ने बिजली के बिलों में संशोधन कराने के लिए जिलाधिकारी से मांग करते हुए सोमवार को ज्ञापन दिया. ग्रामीणों ने एसडीओ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. वहीं ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्या का निस्तारण नहीं होता है तो आगे वह उग्र प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे. ग्रामीणों ने बताया कि उनके यहां एक महीने पहले ही विद्युतीकरण का कार्य पूरा हुआ है, लेकिन उन्हें पूरे एक साल का बिजली का बिल भेज दिया गया है. वहीं एसडीओ बिजली ठीक कराने के नाम पर लोगों से अपने कर्मचारियों के माध्यम से पैसे वसूल करते हैं.
पूरा मामला बबेरू कोतवाली क्षेत्र के अकौना गांव का है, जहां एक गांव के बीस से ज्यादा लोग जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, जहां पर इन्होंने जिलाधिकारी को बिजली के बिलों को ठीक कराने और एसडीओ पर दबंगई और उपभोक्ताओं से धन उगाही कराने का आरोप लगाते हुए शिकायती पत्र सौंपा. वहीं समस्या का निस्तारण न किए जाने पर ग्रामीणों ने प्रशासन को आगे धरना-प्रदर्शन और आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है.
अपनी समस्या लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे लोगों ने बताया कि हम बबेरू कोतवाली क्षेत्र के अकौना गांव के रहने वाले हैं. हमारे इलाके की लाइट बबेरू फीडर से आती है. ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव में सन 2019-20 में विद्युतीकरण का काम हुआ था, लेकिन लाइट आने से पहले ही गांव के लोगों को विद्युत मीटर बांट दिए गए थे. ग्रामीणों का कहना है कि लाइट अभी एक महीने पहले चालू हुई है, लेकिन जिन उपभोक्ताओं को मीटर दे दिए गए थे. उन्हें जब से मीटर दिए गए हैं, तब से ही बिजली के बिल दे दिए गए हैं. वहीं और लोगों के 10 से 12 हजार रुपये तक के बिजली के बिल भेजे गए हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि इसके पहले हमने बिजली विभाग के अधिकारियों को भी इस समस्या से अवगत कराया है. साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी अपनी समस्या के बारे में बताया है, लेकिन अभी तक हमारी समस्या का कोई निस्तारण नहीं हुआ है. इसके अलावा हमारी एक समस्या यह भी है कि बबेरू के एसडीओ की दबंगई के चलते लोग बहुत परेशान हैं.