बांदा: बुंदेलखंड हमेशा से ही पानी की समस्या को लेकर जाना जाता रहा है. आज भी यहां पानी की बहुत समस्या है. वैसे तो यहां पर सर्दियों और बरसात में यह समस्या कुछ कम रहती है लेकिन गर्मी शुरू होते ही विकराल रूप धारण कर लेती है. इसी बीच पानी की समस्या को लेकर बुंदेलखंड के बांदा में डीएम का फरमान लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. डीएम ने पत्र जारी किया है, जिसमें पानी की समस्या का ठीकरा उन्होंने केन नदी के किनारे सब्जी उगाने वाले किसानों के सिर पर फोड़ा है.
क्या है डीएम का मानना है
- नदी से सिंचाई करने वाले सब्जी के किसानों के चलते पानी की समस्या उत्पन्न हो रही है.
- इसको लेकर डीएम ने किसानों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं
- किसानों की मानें तो बड़े पैमाने पर खनन और बड़ी-बड़ी मशीनों से हो रही माइनिंग पर आजतक उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया.
नहीं हो पा रही पानी की आपूर्ति
- बांदा शहर और ग्रामीण इलाकों में केन नदी से जलापूर्ति होती है
- शहर के बाहर भूरागढ़ इलाके में बने इंटेकवेल में पानी न पहुंचने से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है
- इससे पानी की समस्या से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है.
- निरीक्षण पर गए जिलाधिकारी ने नदी के किनारे सब्जी लगाए किसानों को नदी से सिंचाई करते देखा.
- इसेक बाद उन्होंने एक पत्र जारी किया.
- इसमें उन्होंने पानी की समस्या का कारण नदी के किनारे सब्जी उगाने वाले किसानों को बताया.
क्या कहना है किसानों का
- सब्जी उगाने वाले किसानों का कहना है कि वह पिछले कई दशकों से सब्जी उगाने का काम कर रहे हैं.
- इसके पहले उनके पूर्वज भी यही काम करते थे
- उन्होंने बताया कि पहले नदी की जलधारा सही थी लेकिन जबसे खनन कार्य शुरू हुआ है तबसे नदी की जलधारा दूसरी ओर से बहने लगी है.
- इसके चलते पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है.
और क्या कहते हैं किसान
- यहां पिछले एक साल से इस इलाके में खनन का कार्य किया जा रहा है.
- इसमें खनन माफिया नदी की जलधारा को प्रभावित कर नदी से रेत निकालने का काम कर रहे हैं.
- यह सब जिलाधिकारी को नजर नहीं आता.
- अवैध तरीके से रेत निकालने के चलते नदी की धारा प्रभावित हो गई है.
महाप्रबंधक ने भी किसानों को ही बताया पानी की समस्या का कारण
जल संस्थान के महाप्रबंधक आरसी कनौजिया ने बताया कि जिलाधिकारी का पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें सब्जी उगाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जाने की बात लिखी है. इनका भी मानना है कि सब्जी उगाने वाले किसानों द्वारा नदी से सिंचाई करने के चलते जल संकट उत्पन्न हुआ है.