बलरामपुर: भारत रत्न और देश के पूर्व प्रधानमंत्री पंडित अटल बिहारी वाजपेई के नाम पर बलरामपुर में स्थापित किए जा रहे मेडिकल सेटेलाइट सेंटर में 300 बेड का हॉस्पिटल बनाया जाएगा. इसके साथ ही इसे आगे उच्चीकृत करके 500 बेड का हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज बनाया जाएगा. 2022 तक इसमें 100 एमबीबीएस सीटों के लिए पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी. मंच को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने विकास के तमाम आयामों को लेकर अपने विरोधियों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने बिना किसी दल का नाम लिए चिकित्सा सुविधा, चिकित्सा महाविद्यालय, अंतिम व्यक्ति तक विकास की पहुंच, सड़कों का विकास, आवास की सुविधा, पेंशन, मुफ्त राशन जैसी सुविधाओं के साथ-साथ ढांचागत विकास कार्यों में विपक्षी पार्टियों को न केवल रोड़ा बताया, बल्कि 70 सालों तक विकास न करने का आरोप भी उन्होंने विपक्षी दलों पर लगाया.
जातिगत राजनीति को बढ़ावा
शिलान्यास मंच से योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सत्ता में बैठे वह सारे लोग जो जातीय राजनीति करके सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे थे, आज उनकी बोलती बंद हो गई है. यह वही लोग हैं, जो विकास को अवरुद्ध करके लोगों को जातिवाद के नाम पर बांटा करते थे. आज भी वह लोग विकास को हजम नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे लोग जातीय विभाजन का प्रयास लगातार कर रहे हैं.
अटल बिहारी वाजपेयी चिकित्सा महाविद्यालय के शिलान्यास पर विरोधियों को योगी ने लिया आड़े-हाथों. 70 सालों में 12 तो 3 साल में 29 मेडिकल कॉलेज मेडिकल कॉलेजों के विकास के बारे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने विरोधियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पिछले 70 सालों में चिकित्सा के क्षेत्र में जो काम नहीं हुआ, वह हमने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में करके दिखाया है. पिछले 70 सालों में उत्तर प्रदेश में महज 12 मेडिकल कॉलेज खोले गए थे, जबकि हमने 29 मेडिकल कॉलेजों का या तो काम शुरू करवाया है या उन्हें बनवा कर जनता को समर्पित कर दिया है. पिछले 70 सालों में जहां देवीपाटन मंडल में एक भी मेडिकल कॉलेज नहीं था. वहीं, अब बहराइच का मेडिकल कॉलेज जनता को समर्पित किया जा चुका है और वहां पर पिछले सत्र से ही एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू हो चुकी है, जबकि बलरामपुर में अगले 2 वर्षों में यह मेडिकल कॉलेज बनकर तैयार हो जाएगा. आने वाले समय में हम गोंडा में भी एक मेडिकल कॉलेज खोलने जा रहे हैं.
मिल रही है नौजवानों को नौकरी
रोजगार और सरकारी नौकरियों की उपलब्धता के बारे में बात करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले या तो किसी विशेष जिले के लोगों को ही नौकरी मिलती थी. या तो किसी विशेष जाति के लोगों को ही नौकरी पर रखा जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. हम लगातार भर्तियों में निष्पक्षता बरतते हुए उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं. आज ही हमारे क्षेत्रीय विधायकों ने शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा है. उन्होंने कहा कि पहले की भर्तियां जहां कोर्ट में दबकर रह जाती थीं और नौजवान बुड्ढा हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है. हम तेजी से लोगों को नौकरियां उपलब्ध कराने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
ढांचागत विकास और सड़कों के मामले में आगे
ढांचागत विकास और सड़कों के विकास पर बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले जहां प्रदेश भर में अराजकता, गुंडागर्दी और कानून व्यवस्था में अनियंत्रण का माहौल था. वहीं, अब चीजें पटरी पर हैं. हमने लोगों के लिए परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया है। पहले जहां सड़कों में गड्ढे हुआ करते थे। वहीं, अब लगातार गड्ढा मुक्त अभियान के जरिए सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जा रहा है। लोगों को आवास, पेंशन, महिलाओं के सशक्तिकरण, नौजवानों को रोजगार, ढांचागत विकास में तेजी जैसे कार्यों के जरिए हमारी सरकार अंतिम व्यक्ति तक विकास के लक्ष्य को पहुंचाने में कामयाबी हासिल कर रही है.
बलरामपुर से पुराना नाता
सीएम योगी ने कहा कि हमारा बलरामपुर से पुराना नाता है. यह हमारा घर है. हम हमेशा बलरामपुर मां पाटेश्वरी देवी के दर्शन करने आते रहते हैं. मुझे बलरामपुर की हर समस्या, हर व्यक्ति का दर्द अच्छी तरह से मालूम है। हमने उन सभी दर्दों को महसूस भी किया है और उसे दूर करने का प्रयास कर रहा हूं.