बलरामपुर: समाज के बेहतर कल और परिवार के बेहतर भविष्य के लिए महिलाओं का योगदान किसी से कम नहीं है. घर में रहकर समझदारी से परिवार का पालन पोषण करना हो. महिलाएं किसी से कहीं भी पीछे नहीं है. इसकी बानगी देखने को मिली है बलरामपुर जिले में जहा 11 जुलाई से 31 जुलाई तक आयोजित जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में जिले की 1601 महिलाओं ने अंतर अपनाकर जिले के स्वास्थ्य विभाग को पूरे प्रदेश को टॉप टेन सूची में पहुंचा दिया है.
जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा-
- जिले के सीएचसी महिला और पुरुष चिकित्सालय में विशेष नसबंदी शिविर का भी आयोजन किया गया है.
- पुरुषों के मुकाबले महिलाओं ने परिवार को नियोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
- जिले में 11 से 31 जुलाई तक चले जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान जिले के सभी 9 सीएचसी, 25 पीएचसी, जिला, मेमोरियल चिकित्सालय और महिला चिकित्सालय में परिवार नियोजन स्टाल लगाए गए है.
- जहां पर महिलाओं और पुरुषों ने भारी संख्या में गर्भ निरोधक इंजेक्शन अंतरा, माला, छाया गोली, आदि सेवाओं का लाभ लिया है.
- जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान जिले में 1601 अंतरा इंजेक्शन का लाभ महिलाओं ने लिया है.
- 1136 प्रसव पूर्व कॉपर-टी और 376 प्रसव पश्चात कॉपर टी, 66 महिलाओं ने नसबंदी और एक पुरुष ने नसबंदी का लाभ उठाया है.
- 300 अंतरा इंजेक्शन की सेवाएं महिलाओं को प्रदान कर श्रीदत्तगंज ब्लॉक ने जिले के साथ-साथ मंडल में पहले स्थान की बाजी मारने में कामयाब रहा है.
आज देश में बढ़ रही तेजी से जनसंख्या को नियंत्रित करना सबसे बड़ी परेशानी के रूप में सामने आ रहा है. जनसंख्या को पूरी तरह से नियंत्रित तो नहीं किया जा सकता. लेकिन परिवार नियोजन के उपायों को अपनाकर कहीं ना कहीं जनसंख्या विस्फोट की समस्या में कमी लाई जा सकती है.
-डॉ. सुजीत कुमार पांडेय, एमओआईसी श्रीदत्तगंज