बलरामपुर: एक तरफ जहां प्रदेश कोरोना महामारी की विभीषिका से जूझ रहा है. वहीं जिले के सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग से सटे गांवों के ग्रामीणों में तेंदुए का खौफ है. तेंदुए के कारण करीब 6 लोग आंशिक रूप से घायल हो गए हैं, जिनमें वन विभाग के 2 कर्मचारी भी शामिल हैं. वन विभाग ने तेंदुए की धरपकड़ के लिए कॉम्बिंग का काम शुरू कर दिया है. बड़े पैमाने पर गांव के आसपास अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
ग्रामीणों में तेंदुए का खौफ
मामला थाना ललिया के अंतर्गत ग्राम पंचायत गनवरिया से जुड़ा हुआ है. यहां के चार किसान गेहूं कटाई के लिए घर से निकले थे. गांव से कुछ दूरी पर तेंदुआ अपने शावक के साथ दिखाई दिया. गुहार लगाने पर ग्रामीण इकट्ठा हुए जब लोगों ने तेंदुए और उसके शावक को भगाना चाहा तो तेंदुए ने चार लोगों को आंशिक रूप से घायल कर दिया, जिनको सीएचसी शिवपुरा में प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया.
सूचना मिलते ही मौके पर थाना ललिया के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र राय और वन विभाग की टीम ने पहुंच कर ग्रामीणों को हटाया. इस घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है.
तेंदुए की धरपकड़ के लिए कॉम्बिंग करवाई जा रही है. 18 लोगों की ड्यूटी लगाई जा रही है, जिनमें आरओ और अन्य लोग शामिल हैं. हम तेंदुए और उसके शावक को पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
रजनीकांत मित्तल, डीएफओ