बलरामपुर: यह जिला नेपाल का सीमावर्ती जिला है. यह जिला नेपाल राष्ट्र से 83.5 किलोमीटर की खुली सीमा साझा करता है. इस कारण लगातार तमाम तरह की परेशानियां बनी रहती हैं. 5 तारीख को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के शिलान्यास के लिए कई बड़े नेताओं के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं. नेपाल से सटे 5 जिलों से आगामी त्योहारों व श्री राम जन्मभूमि शिलान्यास कार्य्रकम में आतंकी खतरें का इनपुट मिला है. इस कारण से जिले का प्रशासन, पुलिस विभाग व एसएसबी के अधिकारियों द्वारा सीमाई इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.
पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध
जिले के पुलिस कप्तान देव रंजन वर्मा बताते हैं कि सुरक्षात्मक दृष्टि से नेपाल से सटे सभी थानों, चौकियों, चौराहों व गांवों को मद्देनजर रखते हुए 5 स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया गया है. जिससे हम नेपाल की तरफ आने-जाने वाले लोगों की प्रॉपर चेकिंग व स्कैनिंग कर सकेंगे. कोविड-19 महामारी के कारण अभी तो सीमा पर वैसे ही चहल पहल कम है, लेकिन फिर भी आगामी 5 अगस्त तक इनपुट को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. पुलिस अधीक्षक बताते हैं कि चेकिंग के दौरान अगर कोई संदिग्ध नजर आता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस कप्तान देव रंजन वर्मा ने बताया कि भारत और नेपाल को जोड़ने के लिए कच्चे रास्ते या अन्य मार्ग हैं, जिनके द्वारा भारत नेपाल के लोगों का आना-जाना होता है. वहां पर पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के जवानों द्वारा नियमित चेकिंग व पेट्रोलिंग की जा रही है.
हर नोड पर होगी चेकिंग
पुलिस कप्तान ने बताया कि अगले 5 तारीख तक जिस भी रास्ते के नजदीक कोई चौराहा पड़ेगा, वहां पर नियमित चेकिंग सिविल पुलिस द्वारा की जाएगी. जिसमें लोगों की आइडेंटिटी व अन्य चीजों की चेकिंग होगी, जिससे किसी भी तरह के खतरे को टाला जा सके. पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा बताते हैं जिले का मुख्य शहर बलरामपुर नगर है, जिसको नेपाल से कनेक्ट करने के लिए कुल 7 प्वाइंट हैं. जहां पर पुलिस द्वारा आने जाने वाले वाहनों व लोगों की नियमित चेकिंग की जा रही है.
पुलिस कप्तान ने बताया कि बलरामपुर जिले में कुल 13 प्वाइंट ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें हम नोड प्वाइंट कह सकते हैं. यहां पर भी आने-जाने वाले लोगों की अलग-अलग समय में सिविल पुलिस द्वारा चेकिंग की जाएगी.