बलरामपुर: जिले के थाना कोतवाली क्षेत्र में मटेहना चौराहे के पास 15 अगस्त को युवक का शव मिला था. युवक को चाकू से मारकर सड़क किनारे फेंक दिया गया था. बलरामपुर पुलिस के तुलसीपुर सर्किल ने घटना में शामिल अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.
तीन टीमों का हुआ था गठन
मेडिकल सेल्स मैन संजय गौतम की लाश एक गड्ढे में खून से सनी हुई मिली थी. स्थल पर ना तो कोई सुराग मिला था और ना ही साक्ष्य अपराधियों द्वारा वहां पर छोड़ा गया था. पुलिस कप्तान देव रंजन वर्मा ने अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र, सीओ तुलसीपुर शिव प्रसाद और सीओ क्राइम मनोज यादव के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया था, जिसमें स्वाट और सर्विलांस टीम भी शामिल थी. कुल मिलाकर तीन अलग-अलग टीमों का गठन किया गया था.
पीड़ित सुनील कुमार गौतम की तहरीर पर कार्रवाई करते हुए मुखबिर की सूचना के आधार पर गैंसड़ी पुलिस और तुलसीपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने अभियुक्त हफिजुल्ला पुत्र अब्दुल रहमान निवासी रौतारडीह थाना तुलसीपुर के बड़गौ चैराहे से गिरफ्तार कर लिया.
लूट के बाद की हत्या
बलरामपुर पुलिस के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त हफिजुल्ला ने बताया कि उसी के गांव के रहने वाले प्रदीप कुमार वर्मा और उसने मिलकर लूट के इरादे से एक प्लान बनाया था, जिसमें वह तुलसीपुर स्थित बलरामपुर चौराहे पर खड़ा हुआ और उसने सुनील कुमार गौतम से गैंसड़ी तक चलने के लिए लिफ्ट मांगी. जब वह दोनों एक सूनसान जगह पर पहुंच गए तो उन्होंने संजय को चाकू दिखाकर उससे छिनैती का प्रयास किया.
संजय पर चाकू से वार करते हुए दोनों अभियुक्तों ने उसका दवाओं से भरा बैग, मोबाइल और करीब 10 हजार रुपये छीन लिए और शव को वहीं पास के गड्ढे में फेंककर फरार हो गए. पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया कि अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू संजय का बैग, रुपये और मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है.