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अयोध्या भूमि विवाद: बदायूं में पुलिस अलर्ट, चप्पे-चप्पे पर रखी जा रही कड़ी नजर

अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है. इसी को देखते हुए बदायूं जिले में भी पुलिस-प्रशासन सतर्क हो गया है. बदायूं, बलरामपुर सहित मैनपुरी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस के आलाधिकारियों ने सुरक्षा बैठक की.

बदायूं पुलिस हाई अलर्ट पर
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Published : Nov 8, 2019, 9:02 AM IST

बदायूं: अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है. इसी को लेकर बदायूं पुलिस हाई अलर्ट पर है. जिले में पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है. एक ओर पुलिस तमाम संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था कर रही है तो वहीं दूसरी ओर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त लोगों को रेड कार्ड भी जारी किए जा रहे हैं.

पुलिस अधीक्षक ने ईटीवी भारत से की बातचीत.

एसएसपी बदायूं अशोक कुमार त्रिपाठी ने ऐसे तमाम लोगों को चिन्हित किया है, जो शांतिपूर्ण माहौल में गड़बड़ी कर सकते हैं. ऐसे लोगों को रेड कार्ड जारी कर चेतावनी दी जा रही है कि वह कोई ऐसा काम न करें, जिससे माहौल खराब हो. एसएसपी ने ईटीवी भारत को बताया कि अवैध असलहों की चेकिंग की जा रही है, जो लाइसेंसी असलाह धारक हैं, उनके लाइसेंसों का सत्यापन भी किया जा रहा है. सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग हो रही है. उसी क्रम में जो संदिग्ध लोग हैं और जो कुछ खुराफात कर सकते हैं, उन्हें रेड कार्ड जारी किया जा रहा है.

पढ़ें: अयोध्या भूमि विवाद: अम्बेडकरनगर में आठ स्कूलों को बनाया गया अस्थायी जेल

बलरामपुर में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील
अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है, जिसको लेकर यूपी में सुरक्षा संबंधी तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं. बलरामपुर जिले में पुलिस-प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. बलरामपुर में धार्मिक सद्भाव और सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए न केवल जिले के सभी 13 थानों में आम लोगों के साथ मीटिंग का दौर जारी है, बल्कि दोनों पक्षों के गणमान्य लोगों के साथ बातचीत करके समन्वय बिठाने का काम भी किया जा रहा है.

ईटीवी भारत से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कहा कि अयोध्या विवाद के फैसले को लेकर तमाम तरह के दिशा-निर्देश शासन स्तर द्वारा जारी किए जा रहे हैं. पूरे जिले के 13 थानों में गणमान्य लोगों, पत्रकारों व अन्य संभ्रांत लोगों के साथ-साथ आमजनों से जन संवाद स्थापित करके आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की जा रही है.

मैनपुरी में मार्क ड्रिल का आयोजन
अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है. प्रदेश सरकार भी अयोध्या मामले पर राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसी के तहत मैनपुरी जनपद में गुरुवार को रिजर्व पुलिस लाइन में सैकड़ों की संख्या में पुलिस और अधिकारियों ने मिलकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया. वहीं इस दौरान डीएम व एसपी ने दंगाइयों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस और मिर्ची बम के गोले दागे.

बदायूं: अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है. इसी को लेकर बदायूं पुलिस हाई अलर्ट पर है. जिले में पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है. एक ओर पुलिस तमाम संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था कर रही है तो वहीं दूसरी ओर संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त लोगों को रेड कार्ड भी जारी किए जा रहे हैं.

पुलिस अधीक्षक ने ईटीवी भारत से की बातचीत.

एसएसपी बदायूं अशोक कुमार त्रिपाठी ने ऐसे तमाम लोगों को चिन्हित किया है, जो शांतिपूर्ण माहौल में गड़बड़ी कर सकते हैं. ऐसे लोगों को रेड कार्ड जारी कर चेतावनी दी जा रही है कि वह कोई ऐसा काम न करें, जिससे माहौल खराब हो. एसएसपी ने ईटीवी भारत को बताया कि अवैध असलहों की चेकिंग की जा रही है, जो लाइसेंसी असलाह धारक हैं, उनके लाइसेंसों का सत्यापन भी किया जा रहा है. सोशल मीडिया की भी मॉनिटरिंग हो रही है. उसी क्रम में जो संदिग्ध लोग हैं और जो कुछ खुराफात कर सकते हैं, उन्हें रेड कार्ड जारी किया जा रहा है.

पढ़ें: अयोध्या भूमि विवाद: अम्बेडकरनगर में आठ स्कूलों को बनाया गया अस्थायी जेल

बलरामपुर में सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपील
अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है, जिसको लेकर यूपी में सुरक्षा संबंधी तैयारियां जोरों पर की जा रही हैं. बलरामपुर जिले में पुलिस-प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है. बलरामपुर में धार्मिक सद्भाव और सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए न केवल जिले के सभी 13 थानों में आम लोगों के साथ मीटिंग का दौर जारी है, बल्कि दोनों पक्षों के गणमान्य लोगों के साथ बातचीत करके समन्वय बिठाने का काम भी किया जा रहा है.

ईटीवी भारत से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कहा कि अयोध्या विवाद के फैसले को लेकर तमाम तरह के दिशा-निर्देश शासन स्तर द्वारा जारी किए जा रहे हैं. पूरे जिले के 13 थानों में गणमान्य लोगों, पत्रकारों व अन्य संभ्रांत लोगों के साथ-साथ आमजनों से जन संवाद स्थापित करके आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की जा रही है.

मैनपुरी में मार्क ड्रिल का आयोजन
अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट जल्द ही फैसला सुना सकता है. प्रदेश सरकार भी अयोध्या मामले पर राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसी के तहत मैनपुरी जनपद में गुरुवार को रिजर्व पुलिस लाइन में सैकड़ों की संख्या में पुलिस और अधिकारियों ने मिलकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया. वहीं इस दौरान डीएम व एसपी ने दंगाइयों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस और मिर्ची बम के गोले दागे.

Intro:अयोध्या विवाद फैसले के इंतजार में एक तरफ जहां पूरा देश टकटकी लगाए बैठा है। वही, पुलिस और प्रशासन अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है। यह सारी तैयारियां इसलिए की जा रही है ताकि इस प्रदेश की गंगा-जमुनी तहजीब यूं ही महकती रहे। शासन द्वारा मिल रहे तमाम निर्देशों और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में दिए जा रहे आदेशों के मताहत बलरामपुर जिले के एसपी देव रंजन वर्मा खासी तैयार नजर आते हैं। बलरामपुर में धार्मिक सद्भाव और सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए न केवल जिले के सभी 13 थानों में आम लोगों के साथ मीटिंग का दौर जारी है। बल्कि हिंदू-मुस्लिम दोनों पक्षों के गणमान्य लोगों के साथ बातचीत करके समन्वय बिठाने का काम भी किया जा रहा है।Body:नेपाल राष्ट्र के साथ तकरीबन 110 किलोमीटर खुली सीमा साझा करने वाला बलरामपुर जिला न केवल साम्प्रदायिक सौहार्द के मामलों में अति संवेदनशील माना जाता है। बल्कि यह जिला राजनैतिक और धार्मिक लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण है। बलरामपुर जिले में मुस्लिम और हिंदू धर्म के बाशिंदों की आबादी लगभग बराबर है। वहीं, जिले की गंगा जमुनी तहजीब को पूरे प्रदेश में उदाहरण के तौर पर देखा जाता है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या निर्णय के बाद किसी तरह की सांप्रदायिक तनाव ना फैले इसके लिए जिले के आला अधिकारी खासे तैयार नजर आते हैं। भारत-नेपाल सीमा से सटे गांवों में आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए जहां जनसंवाद का सहारा लिया जा रहा है। वहीं, रोजाना पुलिस-प्रसाशन द्वारा दो से ढाई हजार लोगों से संवाद स्थापित करके उनसे आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील कर रही है। यही नहीं पुलिस जवानों द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर दंगा नियंत्रण का अभ्यास भी किया जा रहा है। इस दौरान न केवल पुलिस को चौकसी बढ़ाने का गुर सिखाया जा रहा है। बल्कि तमाम तरह के नए तरीके भी अपनाए जा रहे।
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर भी पुलिस ने अपनी पैनी निगाह रखी है। यदि सोशल मीडिया पर कोई भी व्यक्ति धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ने या किसी गलत तरह का फर्जी मैसेज वायरल करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।Conclusion:इस बारे में बात करते हुए जिले के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने कहा कि अयोध्या विवाद के फैसले को लेकर तमाम तरह के दिशा निर्देश शासन स्तर द्वारा जारी किए जा रहे हैं। जिसके जरिए हम यहां जिलों में तमाम तरह की कवायदें कर रहे हैं। पूरे जिले के 13 थानों में गणमान्य लोगों, पत्रकारों व अन्य संभ्रांत लोगों के साथ-साथ आम जनों से जन संवाद स्थापित करके आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की जा रही है। इसके साथ ही सभी थानों की मुनादी टीमों द्वारा साम्प्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए मुनादी करवाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि फैसले के दिन या उसके बाद किसी तरह का तनाव न फैले। इसके लिए हिंदू-मुस्लिम पक्ष के लोगों व नेताओं के साथ रोजाना संवाद स्थापित किया जा रहा है। जिसमें जिलाधिकारी से लेकर थाने की प्रभारी व अन्य अधिकारी शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि हमने जिले को तीन सेक्टर में बांटा है और अतिसंवेदनशील गावों को चिन्हित किया है। जिसमें 200 से 250 ऐसे गांव निकल कर आए हैं। जहां पर सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बन जाया करती है। ऐसे जगहों पर न केवल लगातार मुनादी करवाई जा रही है। बल्कि लोगों से आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील भी की जा रही है।

बाईट :- देव रंजन वर्मा, पुलिस अधीक्षक
योगेंद्र त्रिपाठी, 09839325432
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