बलरामपुर: विजयादशमी के दिन दुर्गा मूर्ति विसर्जन के दौरान पचपेड़वा थाना क्षेत्र में दो पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हुई थी. इस विवाद में कई लोग घायल हुए थे. इस मामले में स्थानीय पुलिस की चूक के चलते घटना का कारण होना पाया गया, क्योंकि पुलिस ने मूर्ति विसर्जन को दौरान गंभीरता नहीं दिखाई थी. लिहाजा घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने एक दारोगा और दो सिपाहियों को प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए निलंबित कर दिया. इसके साथ ही चार टीमों को इस मामले की जांच सौंपी गई है.
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो पक्षों की हुई थी झड़प
दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दिन पचपेड़वा थाना क्षेत्र के हरखड़ी गांव में हुए पथराव और बवाल की प्रारंभिक जांच सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने एक उपनिरीक्षक रवीन्द्र कुमार रमन समेत आरक्षी प्रमोद यादव और निरंकार वर्मा को निलंबित कर दिया है. दरअसल दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान डीजे पर बज रहे विवादित गाने को लेकर दो पक्षों में झड़प हो गई थी, जिसमें पथराव किया गया था.
विवाद के दौरान दोनों पक्षों के लोगों ने एक दूसरे पर लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलाए थे. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया था.
24 लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज
घटना के बाद मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 24 लोगों पर नामजद गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था, जिनमें पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. स्थानीय पुलिस कि कहां चूक रही इस बात की जांच अपर पुलिस अधीक्षक ने की थी.
घटना की जांच के बाद एसपी देव रंजन वर्मा ने जुलूस के दौरान लापरवाही बरतने वाले एक सब इंस्पेक्टर आर के रमन और पुलिसकर्मी निरंकार वर्मा एवं प्रमोद यादव को सस्पेंड कर दिया है. घटनास्थल पर अब शांति व्यवस्था कायम है. पुलिस घटना में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.
-अरविन्द मिश्रा, एएसपी