बलरामपुरः चीन के जरिए फैले कोरोना वायरस की चपेट में आज पूरी दुनिया है. अकेले चीन में ही तकरीबन 450 से ज्यादा लोगों की अब तक मौत हो चुकी है. इसके फैलने के बाद चीन में रह रहे भारतीय नागरिक स्वदेश लौट रहे हैं, जिनमें कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है. जिले के उतरौला तहसील के रहने वाले छात्रों को भी भारत लाया गया है, जो चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं.
चीन से लौटा एक छात्र कोरोना वायरस का संदिग्ध पाया गया है. उसे चीन से लौटने के बाद खांसी की शिकायत है. उसका नमूना जांच के लिए लखनऊ भेजा गया है. पूरे उतरौला तहसील को हाई अलर्ट पर रखा गया है. डब्ल्यूएचओ और जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी छात्रों का स्वास्थ्य परीक्षण करवा कर उनकी निगरानी कर रही है. स्वास्थ्यकर्मी भी मास्क लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
भारत सरकार चीन में फैले कोरोना वायरस के बाद अपने नागरिकों को वहां से सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रही है. चीन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे उतरौला तहसील क्षेत्र के छात्रों को भी वापस लाया गया है. उतरौला के रफी नगर निवासी जलालुद्दीन पुत्र निजामुद्दीन को 1 फरवरी को वहां से लाया गया था. जलालुद्दीन वहां एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र हैं. इसी तरह शबनम हामिद पुत्री हामिद अली जो चीन से स्वदेश लौटी हैं. वह वहां एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा है. इसी तरह गैंडांस बुजुर्ग के रहने वाले फरहान, अरमान व मुसाद भी चीन में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. वह भी वापस आ चुके हैं. डब्ल्यूएचओ की टीम की इन सभी पर नजर बनी हुई है. सभी को स्वास्थ्य विभाग की टीमों की देखरेख में रखा गया है.
कोरोना वायरस विंग के प्रभारी व नोडल अधिकारी डॉ एके सिंघल ने बताया कि चाइना से 6 छात्र अब तक उतरौला तहसील में वापस आ चुके हैं. जिनमें से गांधीनगर मोहल्ले का रहने वाला जमालुद्दीन नाम के एक छात्र में खांसी के लक्षण दिखाई दिए हैं. इसको आइसोलेटेड वार्ड में रखकर ट्रीट किया जा रहा है. इसके साथ ही उसके नमूने लेकर लखनऊ भेज दिया गया है. जांच के बाद या पता चल सकेगा कि वह कोरोना वायरस से पीड़ित है अथवा नहीं.